होली पर परंपरा, आस्था और भक्ति के रंग में पूरा ब्रज डूबा हुआ है। बरसाना में सदियों पुरानी लीला एक बार फिर जीवंत होने वाली है। लठामार होली खेलने के लिए कृष्ण के नंदगांव से हुरियारे राधारानी के गांव बरसाना पहुंच चुके हैं। यहां पहले से ही हाथों में प्रेमपगी लाठियां लिए सजी-धजी हुरियारिनें उनके स्वागत सत्कार को खड़ी हैं। लठामार होली को देखने के लिए देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु बरसाना आए हैं। रंगीली गली में अबीर गुलाल के साथ प्रेमरंग बरस रहा है।
तस्वीरों में देखिए इस अद्भुत होली के अनोखे रंग…