वीडियो गेम PUBG की बढ़ती लत के मद्देनजर पुलिस ने सख्त कदम उठाया है। यदि इस संबंध में किसी की शिकायत मिलती है तो पुलिस इस संबंध में कार्रवाई कर सकती। इतना ही नहीं संबंधित व्यक्ति को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।
गुजरात में राजकोट के पुलिस कमिश्नर मनोज अग्रवाल ने एक सूचना जारी कर कहा है कि PUBG और मोमो चैलेंज वीडियो गेम के कारण बच्चों और युवाओं में हिंसा की प्रवृत्ति बढ़ रही है। पत्र में कहा गया है कि यदि इस संबंध में कोई शिकायत मिलती है तो PUBG गेम खेलने वाले के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
इतना ही नहीं इसके तहत संबंधित व्यक्ति को हवालात की हवा भी खानी पड़ सकती है। राजकोट पुलिस कमिश्नर का यह आदेश 9 मार्च से प्रभावी हो गया है और यह 30 मार्च तक जारी रहेगा। इस पत्र में लिखा गया है कि पुलिस ने यह कदम बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया है क्योंकि यह गेम खेलने से बच्चों को नुकसान हो सकता है।
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर पुलिस के इस आदेश पर कुछ लोगों को आपत्ति है। इनका मानना है कि सुलझाने के लिए कई और भी समस्याएं हैं। यमन वर्मा नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि प्रतिबंध ही लगाना है तो बीड़ी, सिगरेट और बीयर पर लगाओ। पुलकित त्रिवेदी ने इस बात का समर्थन किया है और कहा है कि तंबाकू और सिगरेट से कई व्यक्तियों की मौत हो जाती है। सौरभ श्रीवास्तव ने लिखा कि सबसे पहले पोर्न पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।