शानो-शौकत भरे वैवाहिक कार्यक्रम के बढ़ते चलन के बीच कुछ शादियां समाज के लिए प्रेरक भी बन रही हैं। कहीं दहेज-टीका जैसी सामाजिक कुरीति के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है तो कहीं नशा प्रवृत्ति पर प्रहार किया जा रहा है। ऐसा ही एक अनूठा और प्रेरणादायी विवाह राजस्थान के पाली शहर के सोसायटी नगर में सम्पन्न हुआ है। इसमें न सिर्फ बारातियों को नशे से दूर रहने का संकल्प दिलाया गया बल्कि उन्हें धार्मिक ग्रंथ गीता (bhagavad gita to groom) भी भेंट की गई।
जानकारी के अनुसार सोसायटी नगर के महेन्द्र सिंह बीदावत की बेटी डिम्पल कंवर की बारात शनिवार को सीकर जिले के सेवदड़ा गांव (हाल पाली ) से आई थी। रविवार को बारात की रवानगी के समय दूल्हे समेत सभी बारातियों को भागवत गीता की पुस्तक उपहार स्वरूप भेंट (Gita Book To grrom in Pali Rajasthan) की गई। साथ ही सामाजिक कुरीतियों पर अंकुश लगाने और नशे से दूर रहने का संकल्प भी दिलाया गया।
वैसे राजस्थान में राजपूत समाज में होने वाली शादियों में बारातियों को शराब परोसे जाने की परम्परा कई जगहों पर है, मगर पाली के बीदावत परिवार की इस शादी की खास बात यह भी रही कि इसमें शराब का सेवन नहीं किया गया। दुल्हन के भाई प्रदीप बीदावत ने बताया कि दूल्हे को गीता भेंट करते हुए उन्हें धार्मिक ग्रंथ में वर्णित संदेश को जीवन में उतारने की सीख दी गई। दुल्हन के पिता महेन्द्रसिंह के अनुसार किसी भी मनुष्य के लिए गीता से बड़ा कोई उपहार नहीं हो सकता। इसलिए दूल्हे और बारातियों को यह धार्मिक ग्रंथ भेंट किया गया।
सोशल मीडिया में वायरल
दूल्हे व बारातियों को गीता भेंट करने की इस पहल की चर्चा न केवल पाली-सीकर जिले में हो रही, बल्कि इसे सोशल मीडिया में भी वायरल किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग दुल्हन पक्ष के लोगों के इस अनूठे फैसले की सराहना कर रहे हैं।