रायपुर. चर्चा ज़ोरों पर है. संभावना काफी ज़्यादा है. छत्तीसगढ़ के दो मंत्री लोकसभा चुनाव में ताल ठोंक सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक पार्टी लोकसभा में सभी 11 सीटों की जीत सुनिश्चित करने की रणनीति पर काम कर रही है. जिसके तहत दो मंत्रियों को उतारने की कवायद हो रही है.
सूत्रों के मुताबिक ये मंत्री फिलहाल चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हैं. दोनों मंत्री अपनी जगह अपने नातेदारों को टिकट देने की मांग कर रहे हैं. लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इन दोनों को समझाने का ज़िम्मा दिया गया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई बार कहा है कि पार्टी सभी 11 सीटों को जिताने की कोशिश करेगी. दो सीटों पर सबसे मज़बूत दावेदार इन्हीं मंत्रियों को माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी इस बार कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी. इसी लिहाज़ से पार्टी ने हर सीट पर जीत की सबसे ज़्यादा संभावनाओं वाले नेताओं को टिकट देने का फैसला किया है.
रायपुर में महंत, देवांगन आगे
रायपुर के समीकरणों के उलटफेर की ख़बर है. ख़बर है कि रेस में अब कांग्रेस के प्रभारी महासचिव गिरीश देवांगन और महंत रामसुंदर दास आगे हो गए हैं. पार्टी के राष्ट्रीय नेता महंत रामसुंदर दास के पक्ष में है. उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिल पाई थी. चूंकि महंत काफी प्रभावशाली है इसलिए उनके नाम की चर्चा ज़ोरों पर है. प्रमोद दुबे और किरणमयी नायक भी रेस में बने हुए हैं.
बिलासपुर में अटल का ज़ोर
बिलासपुर से अटल श्रीवास्तव को चुनाव लड़ाने की संभावना है. विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल चाहते हुए भी टिकट नहीं दिला पाए थे. चूंकि अटल भूपेश बघेल के बेहद करीबी हैं. इसलिए उनके नाम को फाइनल माना जा रहा है. हालांकि वाणी राव भी टिकट की कवायद में जुटी हुई हैं.