राजधानी रायपुर और दुर्ग में चार सराफा कारोबारी से लाखों के जेवर लूटकर फरार लुटेरे को दबोचने के लिए रायपुर और दुर्ग पुलिस मिलकर ज्वाइंट ऑपरेशन चला रही है। दुर्ग लूटकांड में शामिल दो बदमाशों के पकड़े जाने के बाद उनसे हुई पूछताछ में गिरोह के मास्टर माइंड समेत दो लोगों के नाम-पते हासिल हुए। इसके बाद से पुलिस की तीन अलग-अलग टीम उप्र और बिहार में कैंप कर रही हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरा गिरोह गिरफ्त में होगा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 1 फरवरी की रात पुरानी बस्ती इलाके के चंगोराभाठा मैना बार के पास एक्टीवा सवार सराफा कारोबारी जसराज सोनी को गोली मारकर लाखों के जेवर लूटने वाले बाइक सवार तीन लुटेरे रिंग रोड होते दुर्ग स्थित अपने ठिकाने पहुंचे थे। घटनास्थल से मिले के फुटेज का मिलान अगस्त 2018 में दुर्ग जिले में ठीक इसी तरीके से हुई दो लूट की घटना में कैद हुए लुटेरे से किया गया तो वह एक ही निकला। इससे पहले 15 दिसम्बर को इन तीनों लुटेरों ने राजेंद्र नगर इलाके में सराफा कारोबारी अनिल सोनी से नौ लाख रुपये के जेवरों से भरा बैग लूटा था। पुलिस का दावा है कि रायपुर और दुर्ग में हुई दो-दो लूट की वारदात को एक ही गिरोह ने अंजाम दिया है। संदेह के आधार पर पुलिस ने भिलाई में सालों से रह रहे मूलतः उप्र के दो बदमाशों को पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने गिरोह से जुड़े दो प्रोफेशनल लुटेरों का नाम-पता उगल दिया। वारदात के बाद पुलिस की सक्रियता को भांपकर ये लुटेरे उप्र भाग निकले। बाद में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और बिहार में भी कुछ दिनों तक छिपकर फरारी काटी। लिहाजा दुर्ग और रायपुर की पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर फरार लुटेरों को दबोचने का प्लान बनाया। तीन अलग-अलग टीम बनाकर उप्र, बिहार रवाना किया गया। खबर है कि पुलिस की टीम लुटेरों के ठिकानों पर लगातार नजर रख रही है। चारों लूटकांड का जल्द ही पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है।
लुटेरों के नजदीक पहुंची पुलिस
एडिशनल एसपी सिटी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि चंगोराभाठा में सराफा कारोबारी जसराज सोनी और उसके बेटे मोहित सोनी पर तीन बदमाशों ने फायर कर 20 लाख के जेवरों से भरे तीन थैले लूटकर भागे हैं। जसराज के पेट में गोली लगी थी और बेटा बाल-बाल बचा था। इसी तरह अनिल सोनी से भी इन्हीं लुटेरों ने 9 लाख के जेवर लूटे थे। उन्होंने दुर्ग में दो संदिग्धों के पक़ड़े जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि फरार लुटेरों को एक-दो दिनों के भीतर पकड़ने में सफलता मिलने की उम्मीद है।