इटावा। महिला दिवस के मौके पर पुलवामा में शहीद हुए जवान रामवकील की पत्नी गीता देवी ने यूपी में इटावा के विकास भवन में जिला विकास अधिकारी कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक पद पर ज्वाइन किया। इस खास मौके पर साथ में उनका बेटा अर्पित भी मौजूद रहा। शहीद की पत्नी ने देश की महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि उनके पति जो ज़िम्मेदारी उन पर छोड़ गये हैं उसे वह अच्छी तरह से निभाएंगी।
इटावा विकास भवन में पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान रामवकील की पत्नी ने जिला विकास अधिकारी कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक पद पर ज्वाइन किया। गीता देवी को राज्य सरकार की तरफ से मृतक आश्रित कोटे से नौकरी दी गई है। गीता देवी ने 2007 में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्व विद्यालय कानपुर से समाज शास्त्र में स्नातक किया था। गीता देवी की ससुराल मैनपुरी में है लेकिन पिछले दो साल से वह अपने तीन बेटों के साथ अपने मायके में इसलिए रह रही थी ताकि वह अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिला सकें।
गीता देवी के दो बेटे राहुल कक्षा 8 में और दूसरा बेटा अर्पित कक्षा 5 में इटावा में केंद्रीय विद्यालय में पढ़ रहे हैं। यही वजह है कि गीता देवी ने मैनपुरी में जॉब करने की जगह इटावा को चुना। महिला दिवस के दिन अपने परिवार की वह ज़िम्मेदारी जो शहीद रामवकील उन पर छोड़ गए है उसको बेहतर ढंग से निभाने की बात कही। इस पूरे मोके पर उनका बेटा अर्पित उनके साथ रहा।