राजधानी रायपुर में जिस तेजी से आबादी बढ़ रही है। उसी तेजी से वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है, ट्रैफिक व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए ट्रैफिक बल की बढ़ोत्तरी नहीं की गई है, जिसके चलते यातायात दुरूस्त करने का अभियान सफल नहीं हो पा रहा है। बता दें कि शहर में लगातार बेतरतीब वाहनों की पार्किंग, प्रमुख मार्गों पर बार-बार जाम, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन व सड़क हादसे जैसी समस्याएं कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। इसके लिए यातायात ट्रैफिक वॉर्डन बनाने अभियान चलाया जा रहा है। ट्रैफिक वॉर्डनों को ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए तैनात किया जाएगा जो बिना वेतन के अपना योगदान देगें।
यातायात में 465 जवान तैनात
वाहनों की संख्या के आधार पर जिलों में ट्रैफिक पुलिस में 2262 जवान होना चाहिए था, लेकिन वर्तमान में 465 जवान पदस्थ हैं। इनमें एएसपी, डीएसपी, टीआई, हेड कांस्टेबल शामिल है। रायपुर शहर के वर्तमान स्थिति के अनुसार यह बल बहुत कम है।
वर्जन
ट्रैफिक में बल की मांग करते हुए पत्र पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। वहीं ट्रैफिक पुलिस में नि:शुल्क सेवा देने के इच्छुक लोगोंं को ट्रैफिक वार्डन के तौर पर तैनात किया जा रहा है, जिससे यातायात समस्या से निजात मिलेगी।
-सतीश ठाकुर, डीएसपी यातायात