ई दिल्ली। पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना के हवाई हमले में जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर के साले यूसुफ अजहर के भी मारे जाने की खबर है। बालाकोट के इस आतंकी ट्रेनिंग कैंप को यूसुफ उर्फ उस्ताद गौरी ही चला रहा था।
साल 2000 में इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया था। मसूद को छुड़ाने के लिए 1999 में एयर इंडिया के विमान को हाईजैक किए जाने में यूसुफ भी शामिल था। विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि बालाकोट में जैश का सबसे बड़ा आतंकी कैंप था। यह कैंप बालाकोट के आबादी वाले इलाके से दूर एक पहाड़ी पर था।
भारतीय खुफिया एजेंसी के पास बीते साल से ही इस आतंकी कैंप की जानकारी थी। यूसुफ की मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद ही हमले का आदेश दिया गया। बताया जाता है कि कराची में जन्मा यूसुफ अच्छी हिदी बोलता था। भारत में वह विमान हाइजैकिंग, आतंकवाद और अपहरण के मामलों में वांछित था। साल 2000 में भारत ने पाकिस्तान को जिन 20 आतंकियों की सूची थी, उनमें यूसुफ का नाम भी शामिल था।
आतंकी ट्रेनिंग कैंप का अड्डा बालाकोट बालाकोट क्षेत्र को आतंकियों को अड्डा बताया जाता है। यहां कई आतंकी ट्रेनिंग कैंप बताए जाते हैं। यहीं से जैश-ए-मुहम्मद अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता था। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मनसेरा जिले में स्थित यह इलाका आठ अक्टूबर, 2005 को आए भीषण भूकंप में तबाह हो गया था।