इसी दौरान एक व्यक्ति प्रार्थी के कनपटी पर पिस्टल टिका कर बोला जितना पैसा, सोना-चांदी है जल्दी दे दो, शोर मत करना नहीं तो गोली मार दूंगा एवं दो व्यक्ति उसके उपर तलवारनुमा हथियार को ताने खडे थे और जल्दी से पैसा, सोना चांदी निकालो कहकर उनमें से एक व्यक्ति तलवारनुमा हथियार से प्रार्थी पर वार किया तो उसके द्वारा अपने हाथ से रोकने पर उसके दायें हाथ के पंजा का उपर भाग में कट कर चोट लगा। नकाबपोश व्यक्ति प्रार्थी की पत्नी को भी सोते से उठाकर उस पर हथियार तान कर कमरे में रखें आलमारी व पेटी का चाबी प्रार्थी की पत्नि से लेकर आलमारी व पेटी को खोलकर उसमें रखे सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को लूट लिये तथा प्रार्थी के दोनों पैर को रस्सी से बांधकर दूसरे कमरे की तलाशी लिये और शोर मचाओगे तो मार देंगे कहकर मकान के पीछे दरवाजा से भाग गये।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच और थाना खरोरा पुलिस की 10 विशेष टीमों का गठन किया गया। थानों और सरहदी जिलों में नाकेबंदी लगायी गयी, डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक टीम एव क्राईम ब्रांच की टेक्निकल टीम को साक्ष्य जुटाने हेतु लगाया गया। इसी दौरान टीम के सदस्यों को तिल्दा नेवरा निवासी जितेन्द्र पाठक के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा जितेन्द्र पाठक की पतासाजी कर पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर टीम के सदस्यों को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था, कि प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर जितेन्द्र पाठक द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डकैती की उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया।
जिस पर क्राईम ब्रांच की अलग – अलग टीम के सदस्यों द्वारा मुंगेली, कबीरधाम, बलौदा बाजार, महासमुंद एवं रायपुर से प्रकरण में संलिप्त आरोपियों के ठिकानों पर एक साथ रेड कार्यवाही करते हुये पूछताछ के आधार पर प्रकरण में कुल 15 आरोपियों को पकड़ा गया। पूरे घटना का मास्टर माइंड आरोपी देवराज डहरिया निवासी ग्राम केवराडीह थाना खरोरा है। आरोपी देवराज डहरिया का पूर्व में प्रार्थी राधेलाल भारद्वाज के घर आना – जाना था एवं प्रार्थी के पास जे.सी.बी., हार्वेस्टर एवं ट्रेक्टर वाहन है जिसमें वह कंस्ट्रकशन सहित अन्य कार्यो को संचालित कर कमायी करता है, जिससे प्रभावित होकर आरोपी देवराज डहरिया ने भी जे.सी.बी. मशीन/वाहन फायनेंस के माध्यम से क्रय कर लिया। जिससे आरोपी एवं प्रार्थी के मध्य व्यवसायिक मनमुटाव हो गया तथा दोनों एक-दूसरे से बात करना बंद कर दिसे। आरोपी देवराज डहरिया द्वारा प्रार्थी के उन्नति को देखकर जलन की भावना व द्वेष रखता था प्रार्थी के घर डकैती करने की योजन बना डाली।