रायपुर – रजत जयंती समारोह पर प्रदेशवासियों को 25 वर्षों की लोकतांत्रिक यात्रा की बधाई देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि परिसीमन की सीमा है पर दिल की कोई दीवार नहीं है। दिल से हम सब एक हैं। उन्होंने कहा कि चाहे छत्तीसगढ़ हो, ओडिशा हो या झारखंड हो। दिल से हम सब एक हैं।
हम सब अलग-अलग नहीं हो सकते। ना हम अलग-अलग हैं। जगन्नाथ प्रभु केवल ओडिशा के नहीं है, जगत के नाथ हैं, छत्तीसगढ़ के भी हैं। वहां 56 कोटी चावल रोज पकता है। यह चावल (देवभोग,छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की तहसील) छत्तीसगढ़ का है। यह विश्व के लोग कहते हैं।