हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेल लाइन पर पड़ने वाला यह रेलवे स्टेशन एक राज्य की राजधानी का स्टेशन है, जो अपने आप में ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व समेटे हुए है. खास बात यह है कि यह राज्य नया बना है
नई दिल्ली/रायपुर – हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेल लाइन पर पड़ने वाला यह रेलवे स्टेशन एक राज्य की राजधानी का स्टेशन है, जो इस लाइन का प्रमुख रेलवे स्टेशन है. राज्य का गठन तो ज्यादा पुराना नहीं है लेकिन स्टेशन की इमारत 85 साल पुरानी है. हालांकि इसमें यात्रियों की जरूरत के अनुसार बदलाव किए गए हैं, लेकिन इस स्टेशन से सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है, इसका पुनर्विकास एयरपोर्ट जैसा किया जा रहा है. यानी भविष्य में जब लोग इस स्टेशन से सफर करने जाएंगे तो नजारा बदला-बदला नजर आएगा.
क्या है प्रोजेक्ट
रायपुर रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य चार चरणों में पूरा किया जाएगा। फिलहाल, स्टेशन के पीछे की ओर गुढ़ियारी कॉलोनी और पुराने भवनों को तोड़कर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसके बाद रेलवे पार्सल कार्यालय और आरक्षण केंद्र को हटाकर अस्थाई भवन बनाया जाएगा। अंतिम चरण में स्टेशन के आगे के हिस्से का विकास किया जाएगा।
यहां पर हम बात कर रहे हैं कि वर्ष 2000 में बने छत्तीसगढ़ राज्य के राजधानी रायपुर की. यह स्टेश हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेल लाइन के प्रमुख स्टेशनों में से एक है, जो स्टेशन भुसावल, नागपुर, गोंडिआ, बिलासपुर, राउरकेला और खड़गपुर जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ता है. इस स्टेशन की इमारत का निर्माण 1938 में किया गया था. कभी स्टेशन इस्तेमाल केवल कृषि उत्पादों को देश के दूसरे हिस्सों में पहुंचाने के लिए किया जाता था, लेकिन आज राज्य की राजधानी होने की वजह से यहां से रोजाना 47967 यात्रियों का आवागमन होता है.
एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं
16 एस्केलेटर और 42 लिफ्ट: यात्रियों की आवाजाही आसान होगी।
विशाल कॉनकोर्स एरिया: यात्रियों के लिए आरामदायक वेटिंग हॉल और बेहतर सुविधाएं।
छत्तीसगढ़ी आर्ट और थीम बेस्ड डिजाइन: स्थानीय कला और संस्कृति को प्रमोट किया जाएगा।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और रेन वाटर हार्वेस्टिंग: स्टेशन को इको-फ्रेंडली बनाया जाएगा।
300 किलोवाट का सोलर प्लांट: ऊर्जा बचत पर विशेष ध्यान।
यात्रियों के लिए नई सुविधाएं
10 टिकट बुकिंग विंडो: लंबी लाइनों से छुटकारा मिलेगा।
74 मॉडर्न टॉयलेट्स: स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
6 मीटर चौड़ा ब्रिज: यात्रियों की भीड़ को मैनेज करने में मदद मिलेगी।
40 वाटर कूलर: हर प्लेटफॉर्म पर पीने के पानी की सुविधा।