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कांग्रेस विधायक के सवाल पर हिल गया सत्ता पक्ष, बीजेपी नेताओं ने मांगे सबूत

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राजस्थान विधानसभा में विधायक इंदिरा मीणा ने ‘राइजिंग राजस्थान’ के तहत सत्ताधारी दल के एक नेता के बेटे की फर्मों के टेंडर को लेकर सवाल उठाए। उनके मुद्दा उठाते ही भाजपा विधायकों ने हंगामा किया और सबूत की मांग की। इंदिरा मीणा विरोध के बावजूद अपने बयान पर डटी रहीं।

जयपुर – राजस्थान विधानसभा में बामनवास की विधायक इंदिरा मीणा ने एक ऐसा सवाल पूछ लिया जिससे सदन में बैठे बीजेपी नेताओं में खलबली मच गई। उन्होंने हाल ही में हुए ‘राइजिंग राजस्थान’ को लेकर सत्ताधारी दल के एक नेता के बेटे पर आरोप जड़े। यह पूरा मामला फर्मों के टेंडर को शामिल करने से जुड़ा हुआ है। उन्होंने सरकार के मुखिया पर तंज कसते हुए कहा कि पहले यह तो बता दीजिए कि कितनी फर्मो के टेंडर शामिल किए गए? इस दौरान इंदिरा मीणा के सत्ताधारी दल के नेता का नाम लेते ही भाजपा विधायकों ने जमकर बवाल कर दिया। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि आरोप लगाने से पहले सबूत पेश कीजिए।

विधानसभा में इंदिरा मीणा के सवाल को लेकर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा बरपाया। विधायक इंदिरा मीणा ने राइजिंग राजस्थान को लेकर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राइजिंग राजस्थान है क्या? उन्होंने सत्ताधारी दल के एक नेता का नाम लेते हुए उनके बेटे की फर्मो को टेंडर में शामिल करने पर सवाल पूछ लिया। विधायक के इतना बोलते ही संसदीय कार्य मंत्री और भाजपा विधायक जमकर भड़क गए। जोगाराम पटेल ने कहा कि आरोप लगाने से पहले सबूत पेश कीजिए। उन्होंने कहा कि बिना प्रमाण अनर्गल आरोप नहीं लगाए जा सकते। उन्होंने विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के पास मुद्दों की कमी है, इसलिए झूठी बयान बाजी कर रही है।

विधायक बोली- आपकों सबूत दू क्या?

इधर, इंदिरा के बयान पर विधानसभा में काफी देर तक हंगामा होता रहा। वहीं, बीजेपी विधायकों की आपत्तियों के बावजूद भी विधायक इंदिरा मीणा अपने बयान पर डटी रहीं। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, क्या मैं सबूत दूं? इस दौरान कांग्रेस के विधायक राजेंद्र पारीक भी इंदिरा मीणा का साथ देते हुए बोल पड़े कि हर विधायक को टोकना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सत्ता पक्ष विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे।