गरियाबंद में 70 घंटे से ज्यादा चले मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए. इस ऑपरेशन से जुड़ी सभी बातों का आईजी ने गुरुवार को खुलासा किया. उन्होंने कहा कि हमारे जवान भूखे-प्यासे थे, लेकिन उनके हौसले बुलंद थे. लिहाजा, जवानों ने 5 करोड़ के इनामी 16 नक्सलियों को मार गिराया.
रायपुर / गरियाबंद – जिले के कुल्हाड़ीघाट की पहाड़ी पर नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच 70 घंटे से ज्यादा चले मुठभेड़ में एक करोड़ के इनामी नक्सली चलपति और 25 लाख के इनामी नक्सली प्रमोद समेत 16 नक्सली मारे गए थे. इसके अलावा, सुरक्षाबल के दो जवान भी घायल हो गए थे. इस इस मुठभेड़ को लेकर डिटेल जानकारी सामने आई है.
आईजी अमरीश मिश्रा ने मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 19 तारीख के शाम को इनपुट मिला कि कुल्हाड़ीघाट की पहाड़ी पर नक्सलियों के सीनियर कैडर का बड़ा ग्रुप है. नक्सलियों का ये ग्रुप एक बड़ी बैठक करने जा रहा है. इस बैठक में ओडिशा और छत्तीसगढ़ कैडर के बड़े नक्सलियों के शामिल होने की सूचना थी. उन्होंने बताया कि ऐसी इनपुट थी कि फण्ड कलेक्शन पंचायत चुनाव और बस्तर से लेकर सेफ कॉरिडोर बनाने के लिए बैठक बुलाई गई. हमें ऐसी इनपुट मिली थी कि 25 से 30 बड़े नक्सली इस बैठक में शामिल होंगे.
तीन भाग में किया गया ऑपरेशन
नक्सलियों के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन की जानकारी देते हुए आईजी मिश्रा ने बताया कि ये आपरेशन तीन भाग में किया गया था. हमने इस ऑपरेशन को रूप से प्लानिंग, टैक्टिकल स्ट्रेटेजी और मॉनिटरिंग में बांटा.
इन भूमिकाओं में थे मारे गए बड़े नक्सली नेता
आईजी मिश्रा ने बताया कि मुठभेड़ के बाद 16 डेड बॉडीज बरामद की गई हैं, इनमें से 11 की पहचान हो गई है. उन्होंने बताया कि इस मुठभेड़ में CCM चलपति के अलावा SCM जयराम उर्फ गुड्डू तीसरा वन ऑफ द मोस्ट डेंजरस सत्यम गावड़े भी मारा गया. उन्होंने बताया कि सत्यम गावड़े कोयलीबेड़ा का रहने वाला था. सत्यम पिछले अनेकों सालों से कोयली बेड़ा का टॉप लेवल का कमांडर था. वह ही सारे ऑपरेशन कोऑर्डिनेटर करता था.