बीजापुर – छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बीते दिनों हुए मुठभेड़ में 50 लाख का इनामी नक्सली मारा गया। इसकी जानकारी नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर दी। इसके साथ ही 18 नक्सलियों के मारे जाने का भी दावा किया।
दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी की सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए हैं। जिसमें 50 लाख का इनामी भी मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर स्टेट कमेटी मेम्बर और तेलंगाना स्टेट कमेटी का चीफ दामोदर उर्फ चोखा राव भी मारा गया। प्रेस नोट में मुठभेड़ में मारे गए और नक्सलियों के नाम का उल्लेख भी किया गया है।
बता दे कि दामोदर राव एक प्रमुख नक्सली कमांडर था, जो तेलंगाना स्टेट कमेटी का चीफ और स्टेट कमेटी मेंबर था। वह कई पुलिस मुठभेड़ों में शामिल था और बीजापुर- सुकमा सीमा क्षेत्र पर हुए संघर्ष के दौरान उसका नाम सामने आया। इस क्षेत्र में एक नक्सली सुरंग मिली, जिसमें हथियार, विस्फोटक सामग्री और बम बनाने का सामान छिपा हुआ था। नक्सली इस सुरंग का उपयोग कांच की बोतलों से बम बनाने में कर रहे थे। सुरंग से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री, बॉटल बम, और हथियार बनाने की मशीनें बरामद हुई हैं। नक्सलियों ने मुठभेड़ के बारे में प्रेस रिलीज जारी कर दावा किया कि इस मुठभेड़ में 12 नहीं, बल्कि 18 नक्सली मारे गए हैं।
कौन है नक्सली दामोदर उर्फ चोखा राव
दामोदर राव मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर था। वो स्टेट कमेटी मेम्बर और तेलंगाना स्टेट कमेटी का चीफ था। वो पुलिस के साथ हुई कई मुठभेड़ में शामिल था। सुकमा- बीजापुर सीमा क्षेत्र पर हुई मुठभेड़ के बाद जवान इस इलाके की छानबीन कर रहे थे। तभी तुमरेल ओर तलपेरू नदी के बीच डीआरजी के जवानों के हाथ यह नक्सलियों का सुरंग लग गया। यह सुरंग वैसे ही है, जैसे हमास के आतंकियों ने गाजा में बनाई थी।जमीन के भीतर बनी इन सुरंगों में नक्सलियों ने हथियार और विस्फोटक बनाने का सामान डंप कर रखा था। नक्सली नई तकनीक अपना कर जवानों को नुकसान पहुंचने की फिराक में थे। जहां बम बनाने में वे कांच के बोतलों का इस्तेमाल कर रहे थे। जवानों सुरंग से हथियार बनाने की मशीन, बिजली वायर, बॉटल बम और भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद की गई है। बीजापुर और सुकमा की सीमा पर हुई मुठभेड़ को लेकर नक्सलियों ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि, मुठभेड़ में 12 नहीं 18 नक्सली मारे गए हैं।