✊🏽 🤔 👊🏽 🤔 🤝
🤔 झंगलू :- भइया मंगलू , हिंदू समाज से एकजुट होय के आह्वान राजनीतिक मंच से काबर करना पड़त हे ** ये बीड़ा संत – महात्मा अउ धर्माचार्य मन काबर नइ उठावत हें ?
😡 मंगलू :- संत महात्मा अउ धर्माचार्य मन खुद एकजुट नइ हें झंगलू ! वो मन खुद आपस में लड़त हें * एक दूसर ला टांट मारत हें , एक दूसर ला नीचा दिखावत हें । कोई ला कोई फूटी आंख नइ सुहावत हे , कोई ला कोई फूटी आंख नइ सुहावत हे * अपन कद ला बढ़ाय के बजाय दूसर के कद ला घटावत हें
विजय मिश्रा
🤦🏻♂️ 😠 🤦🏻♂️ 😠 🤦🏻♂️