जिनके रिश्तेदार पीएससी का एग्जाम दे रहे हो उनका कोई रिश्तेदार या जान पहचान वाला तो शामिल नहीं हो होगा
रायपुर – कांग्रेस की सरकार में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) घोटाले के बाद छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने नया नियम लागू किया है। सरकार के नए नियम के मुताबिक अब वे अधिकारी पीएससी भर्ती प्रक्रिया से दूर रहेंगे जिनके रिश्तेदार पीएससी का एग्जाम दे रहे हो। इसके साथ ही पीएससी के अधिकारियों को यह स्पष्ट करना होगा कि उनका कोई रिश्तेदार या जान पहचान वाला तो शामिल नहीं हो रहा है।
अगर किसी रिश्तेदार या परिचित ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है तो उस अफसर कर्मी को परीक्षा की प्रक्रिया से बाहर रखा जाएगा। राज्य सेवा परीक्षा 2023 से यह व्यवस्था लागू हो चुकी है। आगे भी यह लागू रहेगी। परिवारवाद के आरोप के बीच पीएससी की परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार के इस कदम को अहम माना जा रहा है।
नया नियम लागू
पहले के नियम में पीएससी की परीक्षाओं के लिए परिवार शब्द का आशय ब्लड रिलेशन से था। लेकिन अब इस नियम में बदलाव किया गया है। अब इसमें करीबी रिश्तेदार व अन्य परिचित लोग (जिन्हें पीएससी अधिकारी जानते हो) शब्द को शामिल किया गया है। अगर अफसर व कर्मी की जान पहचान वाला कोई भी व्यक्ति परीक्षा में शामिल हो रहा तो इसकी भी जानकारी अधिकारियों को देनी होगी। अधिकारियों ने बताया कि यह व्यवस्था लागू हो चुकी है।
इस वजह से लागू हुआ नियम
पीएससी से पहले हुई परीक्षाओं को लेकर विवाद की स्थिति बनी। खासकर राज्य सेवा परीक्षा 2021 में भाई- भतीजावाद का आरोप लगा। चयन सूची में कई रिश्तेदारों का नाम आया। विवाद के बाद यह मुद्दा उठा था कि पीएससी के अधिकारी अपने रिश्तेदारों और पहचान वालों का फायदा करने के लिए पीएससी परीक्षा के नियमों की अनदेखी की है।
बता दें कि घोटाला केस में सीबीआई जांच जार रही है। सीबीआई ने कई बड़े अफसरों को गिरफ्तार भी किया है। इसके साथ ही यह भी खुलासा किया गया है कि साल 2021 की पीएससी परीक्षा में परिवार शब्द की परिभाषा को सीमित किया गया था। इसमें कुछ बदलाव किए गए थे लेकिन, अब इसमें बड़ा बदलाव किया गया है। जानकारां का कहना है कि पारदर्शिता के लिहाज से यह काफी महत्वपूर्ण है। इससे आयोग के प्रति युवाओं का विश्वास बढ़ेगा।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पीएससी परीक्षाओं में नया नियम क्यों लागू किया गया है?
नया नियम पीएससी परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है। 2021 की राज्य सेवा परीक्षा में भाई- भतीजावाद और परिवारवाद के आरोपों के बाद, यह कदम उठाया गया। इससे अफसरों द्वारा अपने रिश्तेदारों या परिचितों को अनुचित लाभ पहुंचाने की संभावना कम होगी।
नए नियम के तहत पीएससी परीक्षा में क्या बदलाव किए गए हैं?
ऐसे अधिकारी और कर्मचारी, जिनके रिश्तेदार या जान-पहचान वाले पीएससी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, भर्ती प्रक्रिया से बाहर रहेंगे। “परिवार” की परिभाषा को ब्लड रिलेशन से बढ़ाकर करीबी रिश्तेदार और अन्य परिचितों तक विस्तारित किया गया है। अधिकारियों को यह स्पष्ट रूप से घोषित करना होगा कि उनके किसी रिश्तेदार या परिचित ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है या नहीं।
नए नियम से पीएससी परीक्षाओं में क्या लाभ होंगे?
भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी। भाई- भतीजावाद और परिवारवाद के आरोपों को रोकने में मदद मिलेगी। युवाओं और अभ्यर्थियों का छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) पर विश्वास मजबूत होगा। चयन प्रक्रिया निष्पक्ष और विश्वसनीय बनेगी।