मौसम विभाग के अनुसार कड़ाके की ठण्ड में तूफ़ान के चलते रूक-रूककर बारिश हो सकती है। अब कल भी प्रदेश में झमाझम बारिश होगी, इस दौरान वज्रपात भी आशंका है। प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा तथा एक-दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की संभावना है।
भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दुर्ग संभाग रायपुर संभाग और बस्तर संभाग के जिले रहने की संभावना है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना, जबलपुर, पेंड्रा रोड, निम्न दाबका केंद्र, और उसके बाद दक्षिण- पूर्व की ओर उत्तर अंडमान सागर तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर- पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी- तटीय उड़ीसा- तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर स्थित है, इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवातीघेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
इसके और प्रबल होकर अवदाब के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है तथा यह पश्चिम -उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उड़ीसा और छत्तीसगढ़ की ओर जाने की संभावना है।
इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 30 नवंबर की दोपहर के दौरान 70 से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवाती तूफान के रूप में पुडुचेरी के करीब कराईकल और महाबलीपुरम के बीच उत्तर तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों को पार करने की संभावना है।
तूफान की वजह से 30 नवंबर को तामिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों में अत्यधिक भारी बारिश होगी। तामिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक में 1 दिसंबर को अत्यधिक भारी बारिश होगी।