अडाणी समूह के चेयरमैन और देश के दूसरे अमीर उद्योगपति गौतम अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। अमेरिका में धोखाधड़ी और 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने के आरोप में अडाणी के खिलाफ यह गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क फेडरल कोर्ट ने गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
बता दें कि अडाणी ने हाल ही में अमेरिका में 10 बिलियन डॉलर निवेश करने का ऐलान किया था, जिससे 15,000 नौकरियां बढ़ने की उम्मीद जताई थी।
20 फीसदी तक गिरे स्टॉक्स, निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूबे
अडाणी पर अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के चलते अडाणी और निवेशकों को तगड़ा झटका लगा है। गुरुवार 21 नवंबर, 2024 को शेयर बाजार के खुलते ही अडानी समूह के शेयरों में मातम छा गया। अडानी समूह के कई शेयरों में 20 फीसदी तक की गिरावट देखी जा रही है। अडानी के शेयर गिरने से सेंसेक्स भी 600 अंक से ज्यादा गिरकर खुला है।
समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 10 फीसदी की गिरावट के साथ 2539 रुपये पर जा लुढ़का है और स्टॉक में लोअर सर्किट लग गया है। अडानी पोर्ट्स में भी 10 फीसदी, अंबुजा सीमेंट में 10 फीसदी, अडानी पावर में 16 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है।
इन कंपनियों के शेयर गिरे धड़ाम
समूह की लिस्टेड सभी 10 कंपनियों के शेयर्स धड़ाम जा गिरे. अडानी एनर्जी सोल्युशंस का शेयर 20 फीसदी की गिरावट के साथ 697.70 रुपये पर जा लुढ़का और स्टॉक में लोअर सर्किट लग गया. अडानी टोटाल गैस का शेयर 14 फीसदी की गिरावट के साथ 577.80 रुपये, अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर 18 फीसदी की गिरावट के साथ 1159 रुपये, एसीसी का शेयर 10 फीसदी की गिरावट के चलते लोअर सर्किट लगने के बाद 1966.55 रुपये पर जा गिरा है। इसके अलावा अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड का शेयर भी 10 फीसदी गिरकर 1160 रुपये, अडानी विल्मर का शेयर 8 फीसदी गिरकर 301 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
जानिए अडानी के शेयरों को अचानक क्या हुआ
दरअसल गौतम अडाणी पर अमेरिका में लगा बड़ा आरोप लगता है। अडानी पर अमेरिका (USA) में सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने और इसे छिपाने का आरोप लगा है। न्यूयॉर्क फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई में गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों डॉलर की धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं। यह पूरा मामला अडानी ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है।
अडाणी के अलावा शामिल 7 अन्य लोग सागर अडाणी, विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल हैं। अडाणी पर आरोप है कि रिश्वत के इन पैसों को जुटाने के लिए अमेरिकी, विदेशी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला।
अडानी पर क्या लगाए गए आरोप?
अमेरिका में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने बुधवार को इस मामले में गौतम अडानी के भतीजे सागर अडानी, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के अधिकारियों समेत एक अन्य फर्म एज्योर पावर ग्लोबल लिमिटेड के कार्यकारी सिरिल काबेनेस के खिलाफ भी आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर के साथ ही 7 सात अन्य प्रतिवादियों ने अपनी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने और भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना विकसित करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को लगभग 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने पर सहमति जताई थी।