नई दिल्ली – वन नेशन-वन इलेक्शन देश में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ करवाने की राह अब आसान हो गई है। एक देश एक चुनाव के प्रस्ताव को आज मोदी कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी की रिपोर्ट के बाद इस प्रस्ताव को कैबिनेट में मंजूरी मिल गई है। शीतकालीन सत्र में एनडीए सरकार यह बिल संसद में लेकर आएगी।
वहीँ इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये केवल ध्यान भटकने का भाजपाई मुद्दा है। उन्होंने कहा कि देश इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये संविधान के खिलाफ है।
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में बनी समिति ने 62 राजनीतिक पार्टियों से संपर्क किया था। इनमें से 32 ने एक देश, एक चुनाव का समर्थन किया था। जबकि, 15 पार्टियां इसके विरोध में थीं, 15 ऐसी पार्टियां थीं, जिन्होंने कोई जवाब नहीं दिया था।