दुर्ग से विशाखापट्टनम तक वंदे-भारत एक्सप्रेस इसी महीने से दौड़ने लगेगी। इसकी तैयारी में रेलवे मंडल जुटा हुआ है और रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
रायपुर – दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन जल्द ही पटरी पर दौड़ेगी। रेलवे ने इसके लिए लगभग अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। संकेत है कि इसी सप्ताह ट्रेन का रैक पहुंच जाएगा और पहला ट्रायल रन 12 से 15 सितंबर के आसपास होगा। यह ट्रेन मात्र 8.30 घंटे दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच 565 किमी का सफर तय कर लेगी। इस ट्रेन के शुरू होने से छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्रप्रदेश के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की तैयारी लोकसभा चुनाव से पहले शुरू हो गई थी। लेकिन किसी कारणवश तब इस ट्रेन को पटरी पर नहीं लाया जा सका। अब एक बार फिर नए सिरे से रेलवे ने कवायद तेज कर दिया है। इस वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत दुर्ग से होगी। यह ट्रेन दुर्ग से रायपुर, खरियार रोड, टिटिलागड़ और विजयनगरम होते हुए विशाखापट्टनम पहुंचेगी। रायपुर रेल मंडल ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। रेलवे बोर्ड से नोटिफिकेशन आते ही ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाएगा।
यह दूसरी वंदे भारत ट्रेन होगी
बता दें कि अभी बिलासपुर से नागपुर के बीच वंदे भारत का परिचालन हो रहा है। छत्तीसगढ़ की यह दूसरी वंदे भारत ट्रेन होगी। रेलवे सूत्रों के मुताबिक देश भर में 10 अलग-अलग स्थानों से वंदे भारत चलेगी। उसमें एक छत्तीसगढ़ को मिलने जा रही है। दुर्ग से शुरू होने वाली इस नई वंदे भारत ट्रेन का छत्तीसगढ़ में रायपुर, महासमुंद, ओडिशा में खरियार रोड, टिटिलागड़ व रायगढ़ा तथा आंध्रप्रदेश के विजयनगरम में स्टॉपेज होगा। यह ट्रेन दुर्ग से सुबह 6 बजे चलेगी और 565 किलोमीटर की दूरी तय कर दोपहर 2:30 बजे के करीब विशाखापट्टनम पहुंच जाएगी। वहां से दोपहर करीब 3:15 बजे चलेगी और रात 11:50 पर दुर्ग लौटेगी।
नई वंदे भारत ट्रेन की साफ सफाई और रखरखाव दुर्ग रेलवे स्टेशन के कोचिंग यार्ड में होगा। यहां पर वंदे भारत ट्रेन की रैक के अनुरूप एक पिट लाइन में आवश्यक फेरबदल कर व्यवस्था बना ली गई है। इस ट्रेन को दुर्ग के लोको पायलट सहित अन्य रनिंग स्टाफ टिटिलागड़ तक लेकर जाएंगे। आगे विशाखापट्टनम तक ट्रेन लेकर जाने की जवाबदेही टिटिलागड़ का रनिंग स्टाफ संभालेगा। विशाखापट्टनम से वापसी के समय टिटिलागड़ से फिर एक बार दुर्ग का स्टाफ ट्रेन को लेकर पहुंचेगा। इस ट्रेन के लिए चिन्हित पायलट और असिस्टेंट पायलट की ट्रेनिंग पहले ही पूरी हो चुकी है।