रायपुर – छत्तीसगढ़ में अब सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगा है। एक तरफ विष्णु का सुशासन, तो दूसरी तरफ लगातार प्रदेश में सामूहिक दुष्कर्म का मामला बढ़ते जा रहा है। प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। महीने भर में प्रदेश के अलग-अलग तीन जिलों से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जो कि पूरा छत्तीसगढ़ को शर्मसार कर दिया है। पहले केशकाल फिर रायगढ़ उसके बाद रायपुर में महिलाओं के साथ अनाचार से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा होने लगा है। किसी भी पार्टी की सरकार हो अपराध के बाद कार्रवाई तो होती ही है, लेकिन सबसे बढ़ा सवाल यह है कि इन अपराधों में लगाम कब लगेगा? सुरक्षा व्यवस्था कब ठीक होगा? ऐसे ही तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं।
कोंडागांव जिले के केशकाल थाना क्षेत्र में नौ अगस्त को एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया। इसके बाद 10 दिन के भीतर रायगढ़ जिले के कुछ ही दूर स्थित गांव में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। अब फिर 10 के अंदर राजधानी रायपुर में महिला के साथ रेप का मामला सामने आया। सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि बस स्टैंड के जिस जगह पर घटना को अंजाम दिया गया, वहाँ से थाना कि दूरी लगभग 100 मीटर है। फिर भी बिना डर के आरोपी ने रेप कि घटना को अंजाम दिया। इस तरह महीने भर के भीतर तीन महिलाओं के साथ अनाचार हुआ। इससे पूरा छत्तीसगढ़ शर्मसार हो गया है। प्रदेश के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तरह-तरह सवाल उठने लगा है। आखिर प्रदेश की महिलाएं खुद को कब सुरक्षित महसूस करेंगी। कब सुरक्षा व्यवस्था सही होगा। महीने भर में दुष्कर्म की घटना को देखते हुए अब महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही हैं।