हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुताबिक भारतीय पति-पत्नी साथ ठहरते हैं तो उनके बीच ‘बेपर्दगी’ (पर्दा नहीं होना) रहती है। हज के नए नियमों के अनुसार अब भारतीय पति और पत्नी एक कमरे में नहीं रह सकते।
नई दिल्ली – अब हज यात्रा करने वाले भारतीय पति-पत्नी होटल में साथ नहीं ठहर सकेंगे। सऊदी अरब सरकार के नए नियम जारी किए हैं, जो 2025 के हज से लागू होंगे। हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुताबिक भारतीय पति-पत्नी साथ ठहरते हैं तो उनके बीच ‘बेपर्दगी’ (पर्दा नहीं होना) रहती है। दूसरे सभी देशों के पति-पत्नी हज के दौरान पहले से अलग-अलग कमरों में ठहरते हैं। सिर्फ भारतीय जोड़े को साथ रहने की छूट थी, जिसे अब खत्म कर दिया गया है।
इसलिए थी रियायत
भारत से हर साल करीब पौने दो लाख लोग हज के लिए सऊदी अरब जाते हैं। हज कमेटी ऑफ इंडिया मुंबई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लियाकत अली आफाकी ने बताया कि भारत से जाने वाले ज्यादातर यात्री बुजुर्ग और कम पढ़े-लिखे होते हैं। इसके मद्देनजर सऊदी सरकार ने सिर्फ भारतीय पति-पत्नी को एक साथ कमरे में ठहरने और किचन की छूट दे रखी थी।
हर फ्लोर पर रिसेप्शन
अब तक राज्यवार महिला और पुरुष हज यात्रियों का ग्रुप बनाकर साथ-साथ कमरों में ठहराने की व्यवस्था थी। अब जिलेवार यात्रियों को एक इमारत में ठहराया जाएगा। इमारत के हर फ्लोर पर रिसेप्शन होगा, जहां पति-पत्नी बैठकर बातचीत कर सकेंगे। बुजुर्ग श्रेणी में उम्र की सीमा 70 से घटाकर 65 साल कर दी गई है। इस श्रेणी के यात्रियों को एक साथ रखा जाएगा।