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मैनपुर में आदिवासी परंपरा और संस्कृति की झलक – जिला पंचायत उपाध्यक्ष , जिला पंचायत सभापति के साथ डीजे और मांदर की थाप युवक युवतियां जमकर थिरके

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आदिवासी युवा प्रभाग द्वारा निकाली रैली हाथों में थामे हुए थे परम्परिक हथियार ,तीर,धनुष,भाला,फरसा

एक रोटी कम खाए लेकिन अपने अधिकारो को पाने के लिए आदिवासी समाज के लोग अपने बच्चो को जरूर पढ़ाए – श्रीमती नेताम

गरियाबंद – तहसील मुख्यायलय मैनपुर नगर में आज रविवार को आदिवासी विकास परिषद युवा प्रभाग एवं समस्त आदिवासी समाज द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के युवा अपने पारंपरिक हथियार तीर धनुष, भाला, बरछा, तलवार लेकर रैली निकाली और जमकर पारंपरिक हथियारो को लहराकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया, आदिवासी समाज के युवक युतियों ने परम्परिक वेश-भुषा में शामिल होकर मादर की थाप पर जमकर थिरकते नजर आए आदिवासी युवक युतियों के मनोबल बढ़ाने के लिए जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम एवं जिला पंचायत के सभापति व आदिवासी महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती लोकेश्वरी नेताम भी ढोल नगाड़े व मादर के थाप पर युवक युवतियों के साथ जमकर नृत्य किए पूरे मैनपुर नगर दोपहर एक बजे से देर शाम समाचार लिखे जाने तक आदिवासी नृत्य में हजारो लोग खुशियां मनाते नजर आ रहे है।

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर युवक प्रभाग आदिवासी विकास परिषद द्वारा विशाल आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया सामुदायिक भवन में कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत के उपाध्यक्ष संजय नेताम, जिला पंचायत के सभापति एवं आदिवासी महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमति लोकेश्वरी नेताम,आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम,युवा प्रभाग के अध्यक्ष रामस्वरूप मरकाम,खोलुराम कोमर्रा,पूर्व सरपंच नोकेलाल ध्रुव,सुभाष मरकाम एवं समस्त आदिवासी समाज के वरिष्ठ लोगो ने विधिवत ईष्टदेव बुढ़ादेव की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 10 बजे किया। इस दौरान पूरे गरियाबंद जिले अनेक सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए गये कार्यक्रम में आदिवासी नृत्य की झलक देखते ही बन रही थी और कार्यक्रम में शामिल होने क्षेत्र के दूर-दूर से हजारो की संख्या में ग्रामीण पहुचें हुए थे। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत के उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कहा हम आदिवासियों के लिए आज का दिन गर्व का दिन है हमें अपने अधिकार हक को लेने के लिए जागरूक होकर आगे आने की जरूरत है श्री नेताम ने कहा आदिवासी समाज की एक अपना अलग परंपरा और संस्कृति हैै।

जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहा आज आदिवासी युवक प्रभाग द्वारा मैनपुर में विशाल कार्यक्रम का अयोजन किया गया है निश्चित रूप से यह कार्यक्रम समाज में भाईचारा और एकता स्थापित करने में सहायक होगी उन्होने कहा आदिवासी समाज अब अपने अधिकारो के लिए लड़ना जानती हेै और समय आने पर संघर्ष भी करते है उन्होने कहा आज आदिवासी समाज को सबसे ज्यादा शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है भले एक रोटी कम खाए लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाए बेहतर से बेहतर शिक्षा दें।आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम ने कहा छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज से मुख्यमंत्री बनने पर काफी गर्व महसूस कर रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा आदिवासी समाज की उपेक्षा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार में आदिवासी विश्व दिवस पर कोई कार्यक्रम आयोजित नही करना यह सरकार की मंशा को बताती है।

मैनपुर नगर में लगातार सात घंटे से शोभा यात्रा में पराम्परिक नृत्य में जमकर थिरके युवा
आदिवासी समाज द्वारा आज मैनपुर में दोपहर एक बजे से शोभा यात्रा निकाली गई परम्परिक भेष-भुषा के साथ परम्परिक हथियार लेकर महिला पुरूष युवा रैली में शामिल हुए रैली के दौरान सभी आदिवासी एकता जिन्दाबाद,विश्व के आदिवासी एक हो,वीर शहीद अमर रहे,बिरसामुण्डा अमर रहे के गगनभेदी नारे लगाये गये और जमकर आदिवासी नृत्य पर थिरके जिसे देखने के लिए पूरे नगर व क्षेत्र के लोग उमड़ पड़े यह रैली सामुदायिक भवन से प्रारंभ होकर हाई स्कूल,जनपद पंचायत, लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह,बस स्टैण्ड मुख्यमार्ग होते हुए अम्बेड़कर चौक पहुचे जहां बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा की पूजा अर्चना किया गया इस मौके पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम,जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम,महेन्द्र नेताम,युवा प्रभाग अध्यक्ष रामस्वरूप मरकाम,गुंजेश कपिल, संतोष ध्रुव ,खोलू कोमर्रा,सुकराम नगेश,भुपसिंह साडें,देवकी त्रिधारी,शंकर छैदईया,विष्णु नेताम,नरेन्द्र ध्रुव ,पदम नेताम,खेलन दिवान,प्रताम मरकाम,महेन्द्र फरस,पवन ठाकुर,रंजीत ध्रुव ललित मरकाम,सुभाष मरकाम, नारायण नेताम,धनसिंह नेगी,प्रदीप ध्रुव,गोपी नेताम,थन्जूलात नेताम,खिलेन्द्र फरस,योगेन्द्र मरकाम,उपेन्द्र नागेश,तरूण नागेश,योगेन्द्र नेगी,दुलेन्द्र नागेश,बेहतरीन,वेदप्रकाश,सरद नेगी,गौकरण नागेश,रब्बेंसिह,लालिमा ठाकुर,सीशिला,परमिला सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।