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🫢 झंगलू :- भइया मंगलू , भूपेश भइया चेतावनी देवत हे कि छुट्टा जानवर मन ला एसडीएम आफिस में छोड़बो । ओखर कहना हे कि छुट्टा जानवर मन से पब्लिक ला बहुत परेशानी होवत हे * शहर वाला मन भी रोवत हें , गांव वाला मन भी रोवत हें । भूपेश भइया के चिंता जायज हे * छुट्टा जानवर मन वाकई में बहुत बड़े समस्या बनत हें ! मैं ड्यूटी कर के रात में घर जाथंव तो फटफटी ला बहुत सावधानी से चलाना पड़थे ** सड़क में जगह – जगह छुट्टा जानवर मन के कब्जा रइथे
😂 मंगलू :- तोर घर जाय के रद्दा तो फिर भी ठीक हे झंगलू ! तोर घर जाय के रद्दा में सड़क के बीच – बीच में छुट्टा जानवर दिखथें ** मोर घर जाय के रद्दा में तो छुट्टा जानवर मन के बीच – बीच में सड़क दिखथे
विजय मिश्रा
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