विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व का प्रथम विधान पाट जात्रा कार्यकम 4 अगस्त को विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व वर्ष 2024 प्रथम विधान पाट जात्रा कार्यकम 04 अगस्त रविवार को हरियाली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान कार्यक्रम माँ दतेश्वरी मंदिर के सामने समय प्रातः 11 बजे सम्पन्न किया जाएगा।
जगदलपुर – विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के प्रथम पूजा विधान पाट-जात्रा को हरियाली अमावस्या के दिन मां दंतेश्वरी मंदिर के सामने प्रांगण में सम्पन्न किया गया. इस पूजा विधान को पूरा करने के लिए ग्राम बिलोरी के जंगल में साल के पेड़ का चयन कर पूजा अर्चना कर काटा गया. इस लकड़ी से रथ निर्माण के लिए बनाये जाने वाले औजार “टुरलू खोटला” अर्थात विशालकाय हथौड़ा बनाया. जिसे दंतेश्वरी मंदिर जगदलपुर के प्रांगण में ग्रामीणों के ओर से लाया गया है. जिसकी परंपरानुसार रथ निर्माण के औजारों के साथ पूजा-अर्चना कर बकरा, मोंगरी मछली और अंडे की बली चढ़ाकर बस्तर दशहरा का शुभारंभ किया गया. इस बार बस्तर दशहरा 75 दिन का नहीं, बल्कि 107 दिन में संपन्न होगा.
विश्व का सबसे ज्यादा दिनों तक मनाने वाले पर्व बस्तर दशहरा हमेशा 75 दिवसीय कार्यक्रम होता है, लेकिन इस वर्ष पुरषोत्तम मास पड़ने की वजह से 30 दिन और अतिरिक्त मनाया जाएगा. जिसे मिलाकर कुल 107 दिनों का दशहरा पर्व होगा. खास बात यह है कि इस बस्तर दशहरे में रावण का वध होता है. बल्कि यह पर्व देवी मां दंतेश्वरी को समर्पित है और 600 वर्षों से लगातार मनाया जा रहा है
विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व वर्ष 2024 प्रथम विधान पाट जात्रा कार्यकम 04 अगस्त रविवार को हरियाली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान कार्यक्रम माँ दतेश्वरी मंदिर के सामने समय प्रातः 11 बजे सम्पन्न किया जाएगा। जिसमें बस्तर संभाग के सभी गणमान्य नागरिक मांझी चालकी पुजारी, रावत, मेम्बर-मेम्बरीन, तदर्थ टेम्पल कमेटी के सदस्यों एव जन समुदाय की उपस्थिति रहेंगे।