बीजापुर – छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हाल ही में प्रशासनिक लापरवाही के कारण हिंसात्मक विरोध की घटनाएँ सामने आई हैं। कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले किए जाने से स्थानीय जनता में प्रशासन के प्रति गहरा असंतोष और नाराजगी स्पष्ट होती है। वहीं, बीजपुर में प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर अनुराग पांडेय का पीली पगड़ी से अभिनंदन किया ,जो स्थानीय जनता द्वारा प्रशासन के प्रति सम्मान और विश्वास की स्पष्ट अभिव्यक्ति है। यह स्वागत प्रशासन की सकारात्मक कार्यप्रणालियों और प्रभावशीलता को दर्शाता है, और बीजपुर की जनता के प्रशासन के साथ सहयोगी दृष्टिकोण को उजागर करता है।
कलेक्टर अनुराग पांडेय ने अपनी अदभुत कार्यशैली से छह महीने के कार्यकाल में उल्लेखनीय छाप छोड़ी है। चाहे नक्सलियों के उन्मूलन की बात हो,या जब चाहे बंद के आह्वान की बात हो,अनुराग पाण्डेय ने बीजापुर को नवीन पहचान दी है। प्रदेश में क्षेत्रफल में सबसे बड़े जिला बीजापुर के दूरस्थ गांवों तक शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में आगे रहे, और हर गांव तक पहुँचे। जो दर्शाता है कि प्रशासनिक नीतियाँ और कार्यप्रणालियाँ जनता के विश्वास को तेजी से प्रभावित कर सकती हैं।
लेकिन यह दुर्भाग्य रहा कि शासन से प्रसंशा तो दूर,सेवानिवृत्त के कुछ दिन पहले इनाम में शासन ने ट्रांसफर कर सम्मानित किया। अनुराग पाण्डेय के अल्प कार्यकाल ने सिद्ध किया कि दृढ़ संकल्प, और इच्छा शक्ति से प्रशासनिक अधिकारि स्थानीय समस्याओं और अपेक्षाओं को समझते हुए संवेदनशील और प्रभावी उपाय करना चाहे तो समय व परिस्थितियों का कोई मोल नही है।