Home छत्तीसगढ़ विधान सभा में अपने ही मंत्री पर बुरी तरह भड़के अजय चंद्राकर

विधान सभा में अपने ही मंत्री पर बुरी तरह भड़के अजय चंद्राकर

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भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने लगाया  कांग्रेस पर साय सरकार को अस्थिर करने षड्यंत्र का आरोप

रायपुर – बलौदाबाजार में हुई हिंसा को लेकर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि कांग्रेस ने साय सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र रचा, एक समाज को आगे करके यह षड्यंत्र रचने की कोशिश की। बलौदाबाजार के कार्यक्रम में सदन के 2 विधायक मौजूद थे। जिनमें से टेंट और खाने का खर्च एक विधायक ने उठाया। जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच तीखी बहस हुई। कांग्रेस विधायकों ने अजय चंद्राकर से माफी मांगने की बात कही। अजय चंद्राकर के वक्तव्य से कांग्रेस विधायक नाराज हो गए। कांग्रेस विधायकों ने अजय चंद्राकर के वक्तव्य का बहिष्कार किया। इसके साथ ही यह फैसला लिया कि पूरे सत्र में अजय चंद्राकर के वक्तव्य का कांग्रेस बहिष्कार करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसी विधायक पर आरोप लगाने के पहले इसकी जानकारी आसंदी को दी जानी चाहिए। साथ ही इसकी अनुमति ली जानी चाहिए। क्या विधायकों पर आरोप लगाने से पहले अनुमति ली गई? इस पर आसंदी ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि भाषण के दौरान किसी भी सदस्य का नाम नहीं लिया इसलिए इस पर कोई आपत्ति उचित नहीं है।

पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने बड़ा आरोप लगाया कि कांग्रेस ने विष्णु देव सरकार को अस्थिर करने के लिए षडयंत्र पूर्वक एक इनोसेंट समाज को आगे कर बलौदाबाजार की घटना को अंजाम दिया। बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए सदन में शुरू की नारेबाजी की। इस पर सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही भूपेश बघेल ने कहा कि अजय चंद्राकर जब-जब सदन में बोलेंगे, विपक्ष हमेशा बहिष्कार करेगा। अजय चंद्राकर ने कहा कि बलौदाबाज़ार को घटना में आखिरकार कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस क्यों तलब कर रही है? कांग्रेस के और भी बड़े नेताओं का नाम शामिल है, लेकिन वो विधानसभा के सदस्य नहीं है, इसलिए मैं उनका नाम नहीं ले रहा।रही बात माफी मांगने की तो यह मैं आसंदी पर यह बात छोड़ता हूं, वो जैसा कहें।  अजय चंद्राकर ने कहा कि यदि कांग्रेस का विधायक बलौदा बाजार की घटना में शामिल नहीं है, तो कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए। कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस ने तीन बार पूछताछ के लिए बुलाया। कांग्रेस के एक नेता ने टेंट उपलब्ध कराया। नैतिक सामर्थ्य कांग्रेस के पास नहीं है। कमर के नीचे कोई वार कर सकती है, तो ये कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है।

उन्होंने कहा कि तेलीबांधा डिवाइडर की जांच की घोषणा इसी सदन में हुई थी, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई थी। ऐसे अफसरों के खिलाफ की कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस सरकार में तौर तरीक़े हमने झेले हैं। कांग्रेस सरकार में भाजपा विधायक के रिश्तेदार को तीन महीने जेल में रहना पड़ा था। भूपेश बघेल मुझे संसदीय शब्दों की सीख नहीं दे सकते। विष्णु के सुशासन का अर्थ ही सम्यक विकास होता है। साय सरकार ने कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच की घोषणा की है। जांच के बाद ये सभी मामले प्रामाणिक पाये जाएंगे। इससे पहले सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक उमेश पटेल की बलौदाबाजार हिंसा का जिक्र किया। उन्होंने विनियोग पर बोलते हुए कहा कि पुलिस को पैसा क्यों दें रायपुर में गोलीकांड के लिए, बलौदाबाजार में हिंसा के लिए। उमेश पटेल के भाषण पर भाजपा विधायकों ने की आपत्ति।. इस बीच भाजपा विधायक रिकेश सेन ने कांग्रेस विधायक और बलौदाबाजार हिंसा का पोस्टर लहराया। विपक्ष ने पोस्टर लहराने पर कड़ी आपत्ति जताई। आसंदी ने पोस्टर लहराने पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए कहा कि कोई भी सदस्य सदन में पोस्टर नहीं लहरा सकता. सभी सदस्यों के लिए निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी सदस्यों को ससंदीय परंपरा का पालन करना अनिवार्य है।