रायपुर – छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन सदन में राशन दुकान की गड़बड़ी का मामला गूंजा। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के विधायक इस मामले को लेकर खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल से सवाल पूछे। प्रश्नकाल के दौरान विधायक कवासी लखमा ने पूछा कि सुकमा जिले में कई पीडीएस दुकानें किराए पर चल रहे हैं। सरकार की ओर से कितने रुपए किराए के रूप में भुगतान किए जाते हैं। इस सवाल के जवाब में खाद्य मंत्री ने कहा कि सुकमा जिले में 192 दुकान संचालित है। 175 के पास भवन है। 16 दुकानें किराए पर संचालित है। 8 भवन स्वीकृत भवनों में तीन का निर्माण हो चुका है और 5 निर्माणाधीन है। 8 भवन अपूर्ण है। किराए के सवाल पर खाद्य मंत्री ने कहा कि अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग किराया भवन मालिकों को दिया जा रहा है।
लखमा ने कहा कि पंचायत और स्कूल भवन में दुकान संचालित है तो स्कूल और पंचायत भवन कहां संचालित होगा। मंत्री ने कहा कि राशन दुकानें अभी अतिरिक्त भवन में चल रहा है। लखमा ने कहा कि प्रश्न लगने पर कई दुकान को शिफ्ट किया गया। गगनपल्ली, जगरगुंडा, तरनागुड़ा में शिफ्ट किया गया है। वहां तक जाने का रास्ता तक नहीं है। इस पर मंत्री बघेल ने कहा कि शिकायतें मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा विधायक ने पैसे लेने के लगाए आरोप
वहीं भाजपा विधायक रामकुमार टोप्पो ने राशन कार्ड के लिए पैसे लेने का मुद्दा उठाया। राशन कार्ड के लिए 2 हजार रूपए लेने का आरोप लगाया। उन्होंने शिविर लगाकर राशन कार्ड वितरण करने की मांग की। मंत्री ने शिकायत का परीक्षण करने का आश्वासन दिया।
चना पर भी सदन में हुई चर्चा
प्रदेश की पीडीएस दुकानों में चना स्टॉक में कमी का मामला भी अंतिम दिन सदन में गूंजा। विधायक भूपेश बघेल की मांग पर सरकार ने स्टॉक कमी वाली दुकानों की जांच के बाद की कार्रवाई की जाएगी। अप्रैल में 155 टन चना का स्टॉक कम मिला था। प्रश्नकाल में चर्चा के दौरान मंत्री दयाल दास बघेल ने घोषणा की।