भारत में रिटायरमेंट की उम्र लगभग 60 से 62 साल है. प्राइवेट सेक्टर में तो यह 58 साल ही है. लेकिन हमारे पड़ोसी देश चीन में आज भी रिटायरमेंट की उम्र दुनियाभर में सबसे कम है. यहां सरकारी नौकरियों में लोग 55 साल में रिटायर हो जाते हैं. महिलाओं के लिए और भी राहत है. उन्हें सिर्फ 50 साल ही काम करना होता है. लेकिन चीन अब रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. अगर नया प्रस्ताव लागू हो गया तो पुरुषों को 10 साल ज्यादा काम करना होगा. महिलाओं के लिए तो और भी मुसीबत हो जाएगी.
चीन में बच्चे कम पैदा होने से कामकाजी युवाओं की संख्या में लगातार कमी आ रही है. बुजुर्गों की आबादी बढ़ रही है. ऐसे में काम करने के लिए लोग नहीं मिल रहे. हालात को भांपते हुए सरकार ने रिटायरमेंट की ऐज बढ़ाने का विकल्प चुना है. पिछले हफ्ते कम्युनिस्ट पार्टी की टॉप लीडरशिप की बैठक में एक नए प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई. कहा जा रहा है कि अगर इसे लागू कर दिया गया तो चीन में रिटायमेंट की उम्र 10 साल तक बढ़ जाएगी और लोगों को ज्यादा वर्षों तक काम करना होगा.
इसलिए लिया गया फैसला
प्रस्ताव में कहा गया है कि देश में कामकाजी आबादी कम हो रही है, इसलिए रिटायरमेंट की उम्र बढ़ानी ही होगी. इसे धीरे-धीरे लागू किया जाए. चीन पेंशन विकास रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटायरमेंट की आयु कम से कम 65 साल की जानी चाहिए. पुरुषों और महिलाओं के लिए यह उम्र एक समान होनी चाहिए. बुजुर्गों की आबादी बढ़ने से चीन में पेंशन ज्यादा देना पड़ रहा है. सरकार के लिए यह चिंता की बात है. सरकार की सोच है कि यही पैसा लोगों को वेतन के रूप में दिया जाए, ताकि उनसे काम लिया जा सके.
लोग बोले-मरते दम तक करना होगा काम
सरकारी चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर इसी तेजी से पेंशनर्स बढ़ते गए तो सरकारी पेंशन फंड में 2035 तक पैसा खत्म हो जाएगा. यह चीन की अर्थव्यवस्था के लिए बुरा वक्त होगा. जन्म दर में गिरावट की वजह से जनसंख्या में लगातार दूसरे वर्ष कमी आएगी. यह परेशान करने वाली बात है. हालांकि, लोग सरकार के इस फैसले से खुश नजर नहीं आते. चीन की सोशल मीडिया वीबो पर लोगों ने लिखा, बहुत सारे लोग काम करके थक चुके हैं. वे जल्दी रिटायरमेंट होना चाहते हैं. आराम की जिंदगी जीना चाहते हैं. उनके लिए यह फैसला ठीक नहीं होगा. आखिर युवा पीढ़ी क्यों ऐसी नौकरी में जाएगी, जहां उसे मरते दम तक काम करना पड़े.