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मानसून सत्र – राहुल गांधी से मिला किसानों का प्रतिनिधिमंडल; बजट पर विपक्ष का हंगामा

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नई दिल्ली – संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। कल यानी मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। आज संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा हो रही है, लेकिन बजट के खिलाफ विपक्ष के रुख के चलते सदन में हंगामा देखने को मिला।

विपक्ष पर बरसे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘नीति आयोग संघीय ढांचे की महत्वपूर्ण संस्था है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ विपक्षी पार्टियां नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने के बारे में सोच रही हैं। विपक्षी पार्टियां यह बताना चाहती हैं कि उनकी व्यक्तिगत सोच और राजनीति देश से ऊपर है। कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया के सदस्यों को बेबुनियाद कारणों से बहिष्कार करने की आदत पड़ गई है। वे आरोप लगा रहे हैं कि कुछ राज्यों को बजट में पैसा नहीं मिला है। मुझे लगता है कि या तो उन्हें बजट पढ़ना नहीं आता या फिर वे इसे पढ़ना नहीं चाहते।’

टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी का भाजपा पर निशाना

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद अभिषेक बनर्जी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल के 100 दिनों के कामों और आवास योजना के लिए धनराशि कब और कितनी दी? उन्होंने कहा, ‘अगर भाजपा 10 पैसे का भी प्रमाण देती है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। मैं हजारों बार कह चुका हूं कि भाजपा को एक श्वेत पत्र में इस बात की जानकारी देनी चाहिए कि उन्होंने बीते तीन वित्त वर्षों में बंगाल के लिए क्या 10 पैसा भी दिया।’

बजट में स्पष्ट रूप से भेदभाव- मनीष तिवारी

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का कहना है कि अगर बजट में कोई भेदभाव नहीं है तो एक बार फिर से शब्दकोष में जाकर ‘भेदभाव’ शब्द का अर्थ जांचना होगा। उन्होंने कहा, ‘बजट में स्पष्ट रूप से भेदभाव नजर आ रहा है। यह एक ऐसा बजट है जो मौजूदा एनडीए सरकार की मजबूरियों का संकेत है।’

किसान नेताओं ने राहुल गांधी से की मुलाकात

किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के तत्वावधान में देशभर से 12 किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मिला। बैठक में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल, अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, सुखजिंदर सिंह रंधावा, गुरजीत सिंह औजला, धर्मवीर गांधी, डॉ. अमर सिंह, दीपेंद्र सिंह हुड्डा और जय प्रकाश भी मौजूद थे। किसान नेताओं से मुलाकात के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘हमने अपने घोषणापत्र में कानूनी गारंटी के साथ MSP का जिक्र किया है। हमने आकलन किया है और इसे लागू किया जा सकता है। हमने अभी एक बैठक की, जिसमें तय किया गया कि हम INDIA गठबंधन के दूसरे नेताओं से बात करेंगे और सरकार पर दबाव डालेंगे कि देश के किसानों को MSP की कानूनी गारंटी दी जाए।’

लोकसभा में उठा गुजरात में चांदीपुरा वायरस के प्रकोप का मुद्दा

गुजरात में चांदीपुरा वायरस से अब तक 37 बच्चों की मौत होने का दावा करते हुए कांग्रेस की सांसद गनीबेन नगाजी ठाकोर ने केंद्र सरकार से इस विषाणु के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने की मांग की और कहा कि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो दोबारा कोरोना महामारी जैसी भयानक स्थिति पैदा हो सकती है।

ठाकोर ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, ‘मेरे संसदीय क्षेत्र बनासकांठा समेत पूरे गुजरात में इस समय चांदीपुरा वायरस का संक्रमण खतरनाक रूप लेता जा रहा है। गुजरात के अलग-अलग जिलों में अब तक 84 मामले इस वायरस के संक्रमण के आ चुके हैं। इससे अब तक 37 बच्चों की जान जा चुकी है।’ उन्होंने कहा कि आंकड़ों को देखें तो ऐसा लगता है कि इस वायरस से संक्रमित 100 में से केवल 15 प्रतिशत मरीजों को ही बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गुजरात के अहमदाबाद, वड़ोदरा, सूरत और बनासकांठा समेत अधिकतर जिलों में इस वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है जो दिन प्रतिदिन घातक हो

‘सरकार, राज्यों के बीच भेदभाव कर रही’

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा ‘भाजपा सरकार का बजट किसानों, गरीबों और खासकर मध्यम वर्ग के खिलाफ है। केंद्र सरकार राज्यों के बीच भेदभाव कर रही है, जो कि संघीय ढांचे के भी खिलाफ है। I.N.D.I.A गठबंधन हर अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगा और लोगों की आवाज उठाता रहेगा। आज विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने संसद परिसर में अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन किया।’

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डीएमके सांसद ने रेल पटरियों के किनारे बाड़ लगाने का विरोध किया

लोकसभा में तमिलनाडु के सलेम से डीएमके सांसद टी.एम. सेल्वागणपति ने सलेम के पास रेलवे पटरियों पर बाड़ लगाने पर चिंता जताई है। इससे पटरियों के किनारे रहने वाले हजारों किसानों की आजीविका प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा, ‘संपत्ति की बाड़ लगाने के नाम पर, वे रेलवे पटरियों के किनारे रहने वाले लोगों की आजीविका को बाड़ लगा रहे हैं।’ रेलवे पटरियों पर बाड़ लगाने का काम मुख्य रूप से रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है और इससे जानवरों और वाहनों के प्रवेश को भी रोका जाता है।

‘बजट से सरकार की कमजोरी दिख रही’

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बजट के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा, ‘इस बजट से दिखाई दे रहा है कि सरकार कितनी कमजोर है। हम सब लोग किसान के लिए उसका समर्थन मूल्य मांग रहे थे। हमलोग किसान के लिए पैकेज मांगते हैं, गरीब के लिए पैकेज मांगते हैं लेकिन इस सरकार ने किसको पैकेज दिया, जो सरकार चलवा रहे हैं। सरकार चलाने के लिए पैकेज मिल रहा है। बिहार और आंध्र प्रदेश को पैकेज मिला हम ये नहीं कहते कि पैकेज नहीं मिलना चाहिए। विकास के लिए पैसा मिले लेकिन दूसरे प्रदेशों के साथ भी भेदभाव ना हो, जो एक्सप्रेसवे आप बिहार को दे रेह हैं उसे अगर यूपी से जोड़ देंगे तो देश का ज्यादा भला होगा। उत्तर प्रदेश के साथ भेदभाव हम स्वीकार नहीं कर सकते हैं। पैकेज INDIA गठबंधन वाले भी तैयार रखे हैं अगर पैकेज से ही सरकार बननी है तो।’

राहुल गांधी ने बताया उन्होंने किसानों को मिलने संसद बुलाया था

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद में कहा, ‘हमने उन्हें (किसान नेताओं को) यहां मिलने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन वे उन्हें यहां (संसद में) नहीं आने दे रहे हैं। क्योंकि वे किसान हैं, शायद यही कारण है कि वे उन्हें अंदर नहीं आने दे रहे हैं।’ हालांकि बाद में किसान नेताओं का 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मिलने संसद भवन स्थित उनके कार्यालय पहुंचा।

मीसा भारती बोलीं- बजट में बिहार के लिए झुनझुना है

RJD सांसद मीसा भारती ने कहा, ‘बिहार को मिला क्या है? कहीं न कहीं उन्हें एक झुनझुना और लॉलीपॉप देकर पीएम के सर पर लटक रही तलवार को टाला गया है। इसमें मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं है। युवाओं के लिए कुछ नहीं है रोजगार पर कोई बात नहीं हुई है। बहुत सी योजनाएं जिसकी इन्होंने घोषणा की है वो पहले से चल रही है, बस उसे नए तरीके से पैक कर प्रस्तुत किया गया है। बिहार में चुनाव है इसलिए हमें और जनता को लगता है कि ये चुनावी घोषणाएं साबित होंगी।’