रायपुर – छत्तीसगढ़ में विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार पर कांग्रेस में मंथन शुरू हो गया है। इसके लिए पार्टी की ओर से बनी केंद्रीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी आज राजधानी रायपुर पहुंच गई है। कमेटी की स्थानीय नेताओं के साथ बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है। खबर मिली है कि, इस समीक्षा बैठक के दौरान पार्टी में गुटबाजी को लेकर पूर्व मंत्री और बस्तर लोकसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी रहे कवासी लखमा का गुस्सा फूट पड़ा।
सूत्रों के मुताबिक, वीरप्पा मोइली समेत वरिष्ठ नेताओं के सामने ही कवासी लखमा पार्टी में चल रही गुटबाजी को लेकर फट पड़े। उन्होंने बस्तर सीट पर हार के लिए पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी को ही जिम्मेदार ठहराया। इतना ही नहीं उनके अलावा कई नेताओं ने प्रदेश संगठन के कामकाज पर भी सवाल उठाए।
अनदेखी का आरोप
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, वीरप्पा मोइली समेत वरिष्ठ नेताओं के सामने रायपुर के नेताओं को कम प्रतिनिधित्व मिलने का मुद्दा भी उठाया गया। बैठक में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने दो टूक संदेश देते हुए कहा कि, कांग्रेस के नेता आपस में न लड़ें, BJP से लड़ें। सभी नेताओं को एकजुटता से आगे बढ़ने का भी उन्होंने संदेश दिया।
वहीं अधिकतर नेताओं ने अपनों से ही विश्वासघात का आरोप लगाया। नेताओं के आरोपों के बाद प्रदेश प्रभारी और मोइली ने पार्टीजनों को संदेश दिया।
संगठन को मजबूत करने हो रही है बैठक
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक के बाद सचिन पायलट ने कहा कि, विधानसभा और लोकसभा चुनाव का परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहा। इसीलिए संगठन को मजबूत करने के लिए कमेटी की बैठक हुई है। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पक्ष में वोट प्रतिशत में कमी नहीं आई है। जल्द रिपोर्ट तैयार कर AICC को सौंपी जाएगी।