बेंगलुरु – तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को ‘सनातन धर्म को खत्म करने’ की अपनी टिप्पणी से जुड़े एक मामले में मंगलवार को बेंगलुरु की एक अदालत से जमानत मिल गयी. द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता उदयनिधि 42वें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश हुए. अदालत ने सामाजिक कार्यकर्ता परमेश की याचिका पर उन्हें नोटिस भेजा था. खेल और युवा कल्याण मामलों के मंत्री उदयनिधि को एक लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी गयी. इस मामले पर अगली सुनवाई आठ अगस्त को होगी.
उदयनिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और सत्तारूढ. द्रमुक के अध्यक्ष एम के स्टालिन के बेटे हैं. उन्होंने चेन्नई में सितंबर 2023 में एक सम्मेलन में कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय व समानता के खिलाफ है तथा मलेरिया और डेंगू की तरह ही उसका ‘खात्मा’ किया जाना चाहिए. इस बयान की विभिन्न वर्गों के लोगों ने कड़ी आलोचना की थी.