Home देश चुनावी मैराथन के बाद कन्याकुमारी पहुंचे पीएम मोदी, शुरू की 45 घंटे...

चुनावी मैराथन के बाद कन्याकुमारी पहुंचे पीएम मोदी, शुरू की 45 घंटे की ध्यान साधना

26
0
विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान साधना शुरू करने से पहले पीएम मोदी मंडप की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खड़े दिखें. प्रधानमंत्री ने रामकृष्ण परमहंस, माता श्री शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद को पुष्पांजलि अर्पित की. बाद में मोदी ने मंडप में साधना (आध्यात्मिक अभ्यास) शुरू की.

तिरुवनंतपुरम – पीएम नरेंद्र मोदी देश भर में अपने दो महीने लंबे चुनाव अभियान के पूरा होने के बाद गुरुवार शाम को प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे लंबा मेडिटेशन शुरू किया. हेलीकॉप्टर द्वारा तिरुवनंतपुरम से आने के बाद पीएम मोदी ने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा की और एक नौका सेवा द्वारा रॉक मेमोरियल पहुंचे और ध्यान शुरू किया. यह ध्यान 1 जून तक चलेगा.

धोती और सफेद शॉल पहने पीएम मोदी ने मंदिर में प्रार्थना की और ‘गर्भगृह’ की परिक्रमा की. पुजारियों ने एक विशेष ‘आरती’ की और उन्हें मंदिर का ‘प्रसाद’ दिया गया, जिसमें एक शॉल और मंदिर के मुख्य देवता की एक फ्रेमयुक्त तस्वीर शामिल थी.

पीएम मोदी राज्य सरकार द्वारा संचालित शिपिंग कॉर्पोरेशन द्वारा संचालित एक नौका सेवा द्वारा रॉक मेमोरियल पहुंचे और ‘ध्यान मंडपम’ में अपना ध्यान शुरू किया.

विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान साधना शुरू करने से पहले पीएम मोदी मंडप की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खड़े दिखें. प्रधानमंत्री ने रामकृष्ण परमहंस, माता श्री शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद को पुष्पांजलि अर्पित की, जिनकी आदमकद प्रतिमा मंडप में एक ऊंचे आसन पर स्थापित है. बाद में मोदी ने मंडप में साधना (आध्यात्मिक अभ्यास) शुरू की.

शिवगंगा में पत्रकारों से बात करते हुए तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने स्मारक पर प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को पूरी तरह से ‘निजी’ यात्रा बताया. उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री की निजी यात्रा है और यही कारण है कि उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.

1 जून को अपने प्रस्थान से पहले पीएम मोदी स्मारक के बगल में स्थित तिरुवल्लुवर प्रतिमा पर भी जा सकते हैं. स्मारक और 133 फीट ऊंची प्रतिमा दोनों ही छोटे-छोटे टापुओं पर बनाई गई हैं, जो समुद्र में अलग-अलग और टीले जैसी चट्टानी संरचनाएं हैं.जहां थांथई पेरियार द्रविड़ कझगम समेत संगठनों ने मदुरै में मोदी का विरोध करते हुए काले झंडे के साथ प्रदर्शन किया. 1 जून को लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम (सातवें) चरण के मतदान के मद्देनजर उनके ध्यान के प्रसारण का राजनीतिक विरोध किया जा रहा है.

स्वामी विवेकानंद नाम पर बने स्मारक पर मोदी के 45 घंटे के प्रवास के लिए भारी सुरक्षा समेत सभी इंतजाम किए गए हैं. पीएम मोदी पहली बार विवेकानंद रॉक मेमोरियल स्मारक पर ठहरेंगे. यहां 1892 के अंत में स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रचार अभियान की समाप्ति के बाद पीएम ने केदारनाथ गुफा में ध्यान लगाया था.

लोकसभा चुनाव के व्यस्त अभियान के समापन के बाद जिसमें उन्होंने रोड शो और रैलियों जैसे कई राजनीतिक कार्यक्रमों की अध्यक्षता और संबोधन किया था. पीएम मोदी एक शांत वातावरण में ध्यान लगाएंगे.

पीएम मोदी के ध्यान के मद्देनजर पूरे कन्याकुमारी जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और लगभग 2,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इसके अलावा तमिलनाडु पुलिस के तटीय सुरक्षा समूह, तटरक्षक बल और नौसेना द्वारा कड़ी निगरानी रखी गई है.

गुरुवार की शाम से 1 जून की शाम तक मोदी ने ध्यान मंडपम में ध्यान किया, यही वह स्थान है जहां प्रधानमंत्री के प्रिय आध्यात्मिक प्रतीक विवेकानंद को ‘भारत माता’ के बारे में दिव्य दर्शन हुए थे.