शालीमार – रेमल’ भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. IMD के अनुसार रविवार आधी रात तक बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर दस्तक देने का अनुमान है. चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में और कोलकाता के आसपास के क्षेत्रों में भारी भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. चक्रवात के कारण अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्रों में लगभग 394 फ्लाइट्स हवाईअड्डे से संचालित नहीं होंगी.
हावड़ा के शालीमार रेलवे स्टेशन पर चक्रवात ‘रेमल’ के पहुंचने से पहले एहतियात के तौर पर एक रेलकर्मी ट्रेन को जंजीरों से ट्रैक से बांधता हुआ दिख रहा है.
वहीं, हावड़ा के शालीमार रेलवे स्टेशन पर चक्रवात ‘रेमल’ के पहुंचने से पहले एहतियात के तौर पर एक रेलकर्मी ट्रेन को जंजीरों से ट्रैक से बांधता हुआ दिख रहा है. हावड़ा मेंम बारिश जारी है और इसका असर ट्रैफिक पर देखने को मिल रहा है. तस्वीर में दिख रहा है कि एक रेल कर्मी रेलवे ट्रैक पर बैठा है और उसके हाथ में जंजीर और ताला है, जिससे वह पटरी से ट्रेन को लॉक कर रहा है.
पूर्वी रेलवे ने रविवार रात 11 बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक सियालदह दक्षिण और बारासात-हसनाबाद खंड में ट्रेन सेवाओं को एहतियातन निलंबित कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप कई लोकल ट्रेन रद्द कर दी गईं. दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी रविवार को कांडारी एक्सप्रेस और रविवार और सोमवार को दीघा से आने-जाने वाली कुछ रेल रद्द कर दी हैं.
IMD ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में 26-27 मई को अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है. असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है.
उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है.
कोलकाता स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह में भी चक्रवात के पूर्वानुमान के कारण रविवार शाम से 12 घंटे के लिए माल और कंटेनर प्रबंधन परिचालन निलंबित रहेगा.
आईसीजी ने हल्दिया, फ्रेजरगंज, पारादीप और गोपालपुर में खोज और बचाव अभियानों के लिए आपदा राहत दलों के अलावा पोत और विमान भी तैयार रखे हैं.साभार