पीएम मोदी ने कहा, ”मैं ‘नवीन बाबू’ को चुनौती देना चाहता हूं, वह इतने लंबे समय से सीएम हैं, ‘नवीन बाबू’ कागज पर देखे बिना ओडिशा के जिलों और उनके संबंधित मुख्यालयों के नाम बताएं.
नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के कंधमाल में एक चुनावी सभा के दौरान मुख्यमंत्री नवीन पटनायकको एक चुनौती दी. पीएम मोदी ने नवीन पटनायक से लिखित नोट्स की मदद लिए बिना ओडिशा के सभी जिलों के नाम बताने का आग्रह किया. यह चुनौती देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह नवीन पटनायक के लिए उस राज्य के बारे में उनके गहन ज्ञान का लिटमस टेस्ट है, जिस पर वे शासन कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, “मैं ‘नवीन बाबू’ को चुनौती देना चाहता हूं क्योंकि वह इतने लंबे समय तक सीएम रहे हैं, ‘नवीन बाबू’ से कागज पर देखे बिना ओडिशा के जिलों और उनके संबंधित मुख्यालयों के नाम बताने के लिए कहें. अगर सीएम जिलों का नाम नहीं बता सकते हैं तो बताईए, क्या वे आपका दर्द जानेंगे?”
ओडिशा के लोगों की क्षमताओं को लेकर राज्य सरकार के विश्वास की कमी को उजागर करते हुए पीएम मोदी ने पारदर्शिता और सशक्तिकरण की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने मौजूदा प्रशासन की निंदा की और सुझाव दिया कि इस तरह का अविश्वास ओडिशा की विकास की क्षमता को दबा रहा है.
भारत की क्षमताओं का उपयोग करने की जरूरत
पीएम मोदी ने राज्य में पर्यटन की व्यापक संभावनाओं और आर्थिक परिदृश्य में इसके महत्व के बारे में बात की. पीएम मोदी ने पोखरण परमाणु परीक्षण जैसी ऐतिहासिक घटनाओं की तुलना करते हुए भारत की क्षमताओं और प्रगति के लिए उनका उपयोग करने की जरूरत पर जोर दिया.
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का वादा किया. उन्होंने आने वाले चुनावों को ओडिशा की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया.
”अपने ही लोगों को धमकाती रहती है कांग्रेस”
पीएम मोदी ने कहा कि, “ओडिशा मुझे बहुत प्रेम और समर्थन देता है. मैं निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करके आपका हर विश्वास पूरा करूंगा. अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 26 साल पहले आज ही के दिन पोखरण परीक्षण किया था. परमाणु परीक्षण ने दुनिया भर के भारतीयों को गर्व से भर दिया था. पहली बार भारत ने दुनिया को अपनी क्षमताओं से अवगत कराया, जबकि कांग्रेस अपने ही लोगों को धमकाती रहती है. वह ‘पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है’ कहकर भारतीयों के मन में भय पैदा करती है.”
ओडिशा में 13 मई से एक जून तक चार चरणों में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव होंगे. मतगणना चार जून को होगी.
ओडिशा में सन 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजू जनता दल (BJD) ने 146 सीटों में से 112 सीटें जीती थीं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 23 सीटों पर और कांग्रेस को नौ सीटों पर सफलता मिली थी. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेडी ने राज्य में अधिकांश सीटें जीती थीं, बीजेपी और कांग्रेस पीछे रही थीं. बीजेडी ने 12 सीटें और बीजेपी ने आठ सीटें जीती थीं. कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिल सकी थी.