छत्तीसगढ़ में बयानों, आरोप- प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है. अब यहां भाजपा नेताओं की पूर्व सीएम भूपेश बघेल के नाम लिखी गई एक चिट्ठी ने फिर सियासी चर्चा का बाजार गर्म कर दिया है. बीजेपी के नेताओं ने पूर्व सीएम को चिट्ठी लिखकर पूछ दिया है कि भूपेश बघेल जी बताएं क्या सौम्या चौरसिया आपके लिए वसूली करती थी?
रायपुर – छत्तीसगढ़ में BJP के नेताओं ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को एक चिट्ठी लिखकर चर्चा का बाज़ार गर्म कर दिया है. इन नेताओं ने उन पर कई आरोप लगाते हुए जवाब मांगा है. पत्र में पूछा गया है कि सौम्या चौरसिया पर भूपेश बघेल मौन क्यों हैं? बार-बार सौम्या चौरसिया की जमानत रद्द हो रही है. वह आपकी उपसचिव रही है ऐसे में कैसे संभव है आप इस भ्रष्टाचार में संलिप्त नहीं हैं?
ये है आरोप
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल की उपसचिव रहीं सौम्या चौरसिया 16 महीनें से जेल में हैं. उनकी जमानत याचिका भी कोर्ट में खारिज हो रही है. ऐसे में अब बीजेपी ने पूर्व सीएम को घेरा है. भाजपा के प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा, रामजी भारती और सियाराम साहू ने पूर्व सीएम को एक पत्र लिख कर कई सवाल पूछ दिए. इन नेताओं ने भूपेश से पूछा है कि आपके शासनकाल में आपकी उप सचिव रही सौम्या चौरसिया पिछले 16 माह से गिरफ्तार है और कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका 16 अप्रैल, 2024 को एक बार फिर खारिज कर दी है. आपके मुख्यमंत्री रहते सौम्या चैरसिया आपकी उप सचिव थी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते गिरफ्तार की गई हैं. ऐसे में अब आपकी यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि जनता के इस मुद्दे को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब दें. आपके मुख्यमंत्रित्व काल में आपकी उप सचिव सौम्या चैरसिया क्या आपके कहने पर वसूली करती थी? यह कैसे माना जाए कि भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले में आपकी संलिप्तता नहीं है?
भाजपा नेताओं ने कहा कि 02 दिसंबर, 2022 को जब सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी हुई थी, तब आपने जोर-शोर से कहा था कि यह गिरफ्तारी गलत है. जबरन गिरफ्तारी की गई है और यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है. अब जबकि पिछले 16 माह से सौम्या चौरसिया को जमानत तक नहीं मिल रही है, तब प्रदेश को आप बताएं कि भ्रष्टाचार के इतने गंभीर मामले की आपने पैरवी क्यों की? अपनी उपसचिव सौम्या चैरसिया के मामले में आप अपना मौन तोड़ें. इन नेताओं ने अंत में ये भी लिखा है कि ये कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब प्रदेश की जनता आपसे चाहती हैं. आप पत्र को अन्यथा नहीं लेकर प्रदेश की जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए इन सवालों के जवाब देंगे.