ईलाज के अस्पताल तक पहुंचने में देर होने से हो गई मौत
गरियाबंद – मैनपुर गरियाबंद नेशनल हाईवे मार्ग में आज इंसानियत को झकझोर करने वाला एक मामला सामने आया है। यात्री बस में सवार युवक के गिर जाने से घायल युवक को बस चालक द्वारा अस्पताल तक पहुंचाने के बजाय घटनास्थल पर ही तड़पता छोड़कर चले जाने से समय पर इलाज नहीं मिलने से ग्रामीण की मौत होने की दर्दनाक घटना सामने आई है।
तेज रफ्तार यात्री बस में सवार एक ग्रामीण की नेशनल हाईवे 130 सी मैनपुर गरियाबंद मार्ग में बस से गिरने से ईलाज के दौरान मौत हो जाने की जानकारी मिली है। ज्ञात हो कि ग्राम गुरजीभाठा तेतलखुंटी निवासी लीलाधर मांझी उम्र लगभग 40 वर्ष अपने मित्र जो पलायन कर आंध्रप्रदेश हैदराबाद ईट भंठ्ठा में काम करने के लिए चला गया है। उसके नन्ही बेटी की तबियत खराब होने पर उसे लेने के लिए उनके परिजन के एक सदस्य के साथ हैदराबाद से छोटी बच्ची को लेकर अपने गांव गुरजीभाठा लौट रहा था। रायपुर से देवभोग चलने वाले यात्री बस रायल में रायपुर से सवार होकर उक्त ग्रामीण लीलाधर मांझी गुरजीभाठा के लिए जा रहा था कि मैनपुर से डेढ किलोमीटर दुर पैरी नदी पुल के किनारे गिर जाने से ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया और घटना स्थल पर भारी भींड लग गई, लेकिन यात्री बस ग्रामीण के गिरने के बाद घायल को अस्पताल पहुंचाने के बजाय घायल के साथ आ रहे । दो नाबालिक बच्चों को भी सड़क किनारे घटना स्थल पर उतार कर देवभोग की तरफ बढ़ गया। मार्ग में आने जाने वाले राहगीरों ने बस चालक से घायल को अस्पताल तक पहुंचाने का निवेदन भी किया लेकिन बस चालक ने मनमानी करते हुए उसे अस्पताल में जाने के बजाय वहीं छोड़ कर देवभोग के तरफ चल गया जिसकी जानकारी लगते ही घटना स्तर पर भारी भीड़ लग गई।
बस चालक के ऐसे व्यवहार से ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला। घटना स्थल पर उपस्थित ग्रामीणों ने संजीवनी एक्सप्रेस 108 को फोन कर घायल युवक लीलाधर मांझी को मैनपुर अस्पताल पहुंचाया। घायल ग्रामीण के खून ज्यादा बहाने के कारण ईलाज के दौरान लीलाधर मांझी की मौत हो गई, लीलाधर मांझी के साथ लौट रहे नाबालिग बालक ने बताया कि हम लोग बस के सामने सीट में बैठे थे और लीलाधर पीछे सीट में बैठा था, नाबालिग बालक ने बताया कि बस से गिरने से लीलाधर की मौत हो गई और बसवालों ने उन्हे उनके साथ होने के कारण वही घटनास्थल पर उतारकर देवभोग के तरफ चले गये मैनपुर आसपास के लोगो ने उनका मदद् किया और अस्पताल पहुचाया जंहा ईलाज के दौरान लीलाधर की मौत हो गई।