रायपुर – नए सत्र में स्कूल खुलने के बाद एक बार फिर से बसों की फिटनेस जांच करने के लिए ट्रैफिक अमला जुट गया है. स्कूल बसों की फिटनेस जांच के अलावा वाहन चालकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए तलब किया गया. फिटनेस जांच के लिए पहले दिन 12 स्कूलों की 145 बसें पहुंचीं. इनमें से 25 फीसदी बसें अनफिट मिलीं. अनफिट बसों को 3 जुलाई को फिर से फिटनेस जांच के लिए बुलाया गया है. परिवहन विभाग के अफसरों ने अनफिट बसों के लिए स्कूल बस संचालकों से 22100 रुपये जुर्माना वसूला.
37 बसें अनफिट
राजधानी रायपुर में स्कूल खुलते ही परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम स्कूल बसों की जांच कर रही है. सोमवार को हुई जांच में 145 बसों में से 37 बसों को अनफिट पाया गया है. परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की टीम ने बसों की फिटनेस सर्टिफिकेट के अलावा बसों के दस्तावेजों की जांच की ताकि किसी तरह की कोई बड़ी दुर्घटना न हो.
5 बस चालकों को बीपी शुगर की समस्या
यातायात पुलिस व परिवहन विभाग ने बस चालकों के बीपी शुगर के अलावा आई टेस्ट भी कराया. हेल्थ चेकअप में 5 बस चालकों को बीपी शुगर की समस्या पाई गई. इसके अलावा अन्य पांच बस चालकों को दृष्टि दोष होने की शिकायत मिली. जिन बस चालकों की स्वास्थ्य संबंधित समस्या पाई गई है, उन बस चालकों को बेहतर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचने के लिए कहा गया है.
इन संस्थानों की बसें अनफिट
यातायात पुलिस के मुताबिक फिटनेस जांच शिविर में पहुंची ज्ञान गंगा स्कूल की 23 में से 2 बस, रुंगटा कॉलेज की 4 में से 4 बस, डीपीएस स्कूल की 46 में से 5 बसें अनफिट मिली. मदर्स प्राइड स्कूल की 6 में से दो बस, कृष्णा पब्लिक स्कूल की 14 में दो बस, शंकराचार्य कॉलेज की 6 में से 6 बस, जैन पब्लिक स्कूल की 11 में से 9 बसें अनफिट मिली है. शारदा विद्या मंदिर की 5 में से 5 और बीटीआई कॉलेज की 3 में से 2 बसें अनफिट मिली.
क्या कहते हैं अफसर
यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया “कोविड की वजह से पिछले दो सालों से स्कूल बसों का संचालन नहीं हुआ. वर्तमान में स्कूल शुरू हो गया है. रायपुर जिले में संचालित स्कूल बसों की चेकिंग की गई. इसमें जिले के सभी स्कूल से 145 बसें आई थी. इनमें से 37 बसों में सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया है. उनसे करीब 22 हजार रुपये का चालान काटा गया है. वाहन चालकों का स्वास्थ्य के साथ नेत्र परीक्षण भी किया गया है”.