पुणे के पिंपरी चिंचवड़ में एक बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी की कैंटीन में सप्लाई किए गए समोसे में कथित तौर पर कंडोम, गुटखा और पत्थर मिले हैं.
पुणे – भले ही आपको समोसे में आलू मिलते होंगे, मगर पुणे के समोसे में कंडोम, गुटखा और पत्थर मिले हैं. जी हां, पुणे के पिंपरी चिंचवड़ में एक बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी की कैंटीन में सप्लाई किए गए समोसे में कथित तौर पर कंडोम, गुटखा और पत्थर मिले हैं. यह बात अब पुलिस तक पहुंच गई है. इस घटना के बाद पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी है.
अधिकारी ने कहा कि जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, उनमें उस कंपनी के दो कर्मचारी शामिल हैं, जिसे ऑटोमोबाइल कंपनी ने ठेका दिया था. इन दोनों कर्मचारियों को समोसे की सप्लाई पूरी करने के लिए कहा गया था. इन दोनों के साथ एक दूसरी कंपनी के तीन अन्य लोग मिले थे, जिसे पहले मिलावट के आरोप में कॉन्ट्रैक्ट से हटा दिया गया था. इन तीनों ने बिजनेस की दुश्मनी में यह साजिश रची.
पुलिस ने कहा कि पहले जिन तीन साझेदारों को उनके गलत कामों की वजह से हटाया गया था, उन तीनों ने मिलकर कथित तौर पर इन दो कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए काम पर लगाया था कि जिस कंपनी को अब समोसे का ठेका मिला है, वह बदनाम हो जाए. इसी वजह से दोनों कर्मचारियों ने समोसे में कंडोम, पत्थर और गुटखे की स्टफिंग की.
उन्होंने कहा, ‘कैटलिस्ट सर्विस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ऑटोमोबाइल कंपनी की कैंटीन में खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार है. ऑटोमोबाइल फर्म ने मनोहर एंटरप्राइजेज नाम की एक अन्य कंपनी को समोसा उपलब्ध कराने का ठेका दिया था. शनिवार को ऑटोमोबाइल फर्म के कुछ कर्मचारियों को समोसे में कंडोम, गुटखा और पत्थर मिला. इस घटना के बाद मनोहर एंटरप्राइजेज ने जब अपने स्टाफ से पूछताछ की तो यह पाया कि फिरोज शेख और विक्की शेख ने कथित तौर पर समोसा में कंडोम, गुटखा और पत्थर मिला दिए थे. चिखली पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने यह जानकारी दी.
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हमने आईपीसी की धारा 328 (जहर के माध्यम से चोट पहुंचाना) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है. दोनों आरोपियों ने हमें बताया कि वे एसआरए एंटरप्राइजेज के कर्मचारी हैं और उन्हें इसके साझेदारों द्वारा मनोहर एंटरप्राइजेज द्वारा आपूर्ति किए गए समोसे में मिलावट करने के लिए भेजा गया था.’