दूरदर्शन पर बॉलीवुड फिल्म द केरल स्टोरी का बीते दिनों प्रसारण किया गया। फिल्म को दिखाए जाने से पहले इसका सीपीआईएम और कांग्रेस ने खूब विरोध किया था। कांग्रेस के केरल यूनिट ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग तक का रुक किया था। पार्टी का कहना था कि ये सब भाजपा करवा रही है और इससे समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है।
नई दिल्ली – कड़े विरोध के बावजूद दूरदर्शन पर बॉलीवुड फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का बीते दिनों प्रसारण किया गया। दूरदर्शन पर फिल्म का प्रसारण रात 8 बजे हुआ। फिल्म को दिखाए जाने से पहले इसका केरल के सत्तारूढ़ दल सीपीआईएम और कांग्रेस ने खूब विरोध किया था।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की थी शिकायत
फिल्म को दिखाए जाने से पहले कांग्रेस ने इसका काफी विरोध किया था। कांग्रेस के केरल यूनिट ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग तक का रुक किया था। पार्टी का कहना था कि ये सब भाजपा करवा रही है और इससे समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है।
फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के 5 अप्रैल को प्रसारण के बाद केरल में इसका विरोध भी किया गया। इसके विरोध में माकपा की युवा इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) ने राज्य के कई स्थानों पर यूट्यूबर ध्रुव राठी का एक वीडियो ‘द केरल स्टोरी ट्रू ऑर फेक’ को दिखाया। वहीं, कांग्रेस की युवा इकाई ने रात में दूरदर्शन के स्थानीय कार्यालय में जाकर विरोध मार्च निकाला।
केरल के सीएम ने भी किया था विरोध
इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी दूरदर्शन पर फिल्म को दिखाए जाने का विरोध किया था और इसकी स्क्रीनिंग को हटाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि यह लोकसभा चुनावों से पहले केवल “सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाएगा”।
फिल्म का क्यों किया गया विरोध?
दरअसल, माकपा और कांग्रेस का कहना है कि ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म झूठे दावों पर आधारित एक प्रोपेगेंडा फिल्म है और राज्य के लोगों की निराशाजनक तस्वीर पेश करने का प्रयास किया गया है। दोनों पार्टियों ने आरोप लगाया कि यह देश को सांप्रदायिक रूप से विभाजित करने का भाजपा का एजेंडा है।
वहीं, भाजपा ने दावा किया कि फिल्म का विषय वास्तविक है और वामपंथी और कांग्रेस बिना बात के विरोध कर रहे हैं।