बलौदाबाजार – भाटापारा जिले में पुलिस ने 2 करोड़ 25 लाख 60 हजार रुपए का गांजा जब्त किया है। मामले में 2 अंतर्राज्यीय तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से 752 किलो गांजा जब्त किया गया। मामला भाटापारा ग्रामीण क्षेत्र का है।
रविवार को एसपी सदानंद कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 6 अप्रैल को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सुबह 10 बजे सारंगढ़-बिलाईगढ़ की ओर से बलौदाबाजार होते हुए एंबुलेंस से भारी मात्रा में गांजा लाया जा रहा है। इसके बाद भाटापारा ग्रामीण थाना पुलिस ने पटपर चौक पेट्रोल पंप के पास नाकेबंदी कर एंबुलेंस (क्रमांक CG04 HD 7836) को पकड़ लिया।
तलाशी लेने पर एंबुलेंस से 24 प्लास्टिक की बोरी में 752 पैकेट में बंधा हुआ भारी मात्रा में गांजा मिला। वजन कराने पर इसमें से 750 किलोग्राम (7 क्विंटल 52 किलोग्राम) गांजा मिला, जिसकी कीमत 2 करोड़ 25 लाख 60 हजार रुपए है। पुलिस ने 2 करोड़ 25 लाख 60 हजार का गांजा, एंबुलेंस कीमत 15 लाख और 50 हजार नगद समेत 2 करोड़ 41 लाख 10 हजार रुपए का सामान जब्त किया है।
एसपी ने कहा कि तस्करों ने चालाकी दिखाते हुए गांजा तस्करी के लिए एंबुलेंस का सहारा लिया, क्योंकि एंबुलेंस को कहीं पर भी नहीं रोका जाता है।
उन्होंने कहा कि जिस एंबुलेंस को जब्त किया गया है, उसमें तीन राज्यों के अलग-अलग नंबर प्लेट मिले हैं। इन्हें जरूरत के मुताबिक तस्कर बदलते रहते थे और आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंच जाते थे।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे पहले भी ये काम कर चुके हैं, लेकिन पहली बार उन्हें पकड़ा गया है। पुलिस उनसे ये जानने की कोशिश कर रही है कि उनके गिरोह में कौन-कौन से लोग शामिल हैं।
आरोपियों ने बताया के वे गांजा ओडिशा से लेकर आ रहे थे और उसे मध्यप्रदेश ले जाया जा रहा था। दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 20B NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
आरोपियों के नाम सागर चौहान (24) और वकील कुमार गौतम (31) हैं। सागर दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना क्षेत्र और वकील कुमार गौतम उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाला है। मामले में एंबुलेंस मालिक हेमंत सिंह, अब्दुल अंसारी निवासी कोरबा और भिलाई निवासी प्रतीक की तलाश जारी है। ये तीनों आरोपी भी मामले में लिप्त बताए जा रहे हैं।
आरोपी सागर ने बताया कि AIIMS रायपुर से लेकर आरंग, बसना, सरायपाली होते हुए एंबुलेंस बरगढ़ ओडिशा ले जाया गया। इसके बाद वहां से गांजा लेकर सुहेला, डोंगरीपाली, बरमकेला, सारंगढ़, गिधौरी, लवन, बलौदाबाजार, भाटापारा होते हुए मध्य प्रदेश ले जाने की आरोपियों की योजना थी।
एंबुलेंस हेमंत सिंह निवासी नवी मुंबई के नाम पर दर्ज है। हेमंत सिंह ने शिवशंकर नाम के व्यक्ति के माध्यम से एंबुलेंस को दिल्ली के रहने वाले अंकित को बिक्री करना बताया है, हालांकि अभी तक एंबुलेंस मालिक का नाम ट्रांसफर नहीं कराया गया है।