रायपुर – प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले एक बार फिर महादेव बेटिंग एप की गूंज सुनाई देने लगी है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के उपर ईडी की FIR दर्ज होने के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसे बीजेपी की साजिश बताया था। सोमवार को मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, महादेव का प्रकोप कांग्रेस पार्टी और पूर्व सीएम पर अब दिखाई देने लगा है।
उन्होंने आगे कहा कि, पूर्व सीएम चोरी ऊपर से सीना जोरी कर रहे हैं। वे पहले रायपुर से भाग कर राजनादगांव गए और फिर सीना जोरी करने के लिए वापस रायपुर आए। भूपेश बघेल को इतना डर क्यों सता रहा है? महादेव सट्टा एप पर पहली FIR तो उन्होंने ही कराई थी। लेकिन अब अपने ही बुने हुए जाल में खुद फंस गए है। जितने अफसरों पर FIR हुई उनके भूपेश से क्या संबंध हैं? उन्होंने आगे कहा कि, शराब, कोयला और गौठान कई घोटाले हैं। अभी एक घोटाले की FIR में नाम आने पर घबरा गए। अभी तो और भी कई घोटाले सामने आयेंगे। भूपेश बघेल असीम दास के बयान को सही मानते हैं क्या? महादेव एप में शुभम सोनी का वीडियो आया था उस पर भूपेश बघेल क्यों कुछ नहीं बोलते हैं? इन्होने छत्तीसगढ़ के 10 लाख युवाओं को बर्बाद करके उनके हक़ का पैसा खाने का काम किया है और क्या इनको न्यायपालिका पर विश्वास नहीं है?
बीजेपी साजिश नहीं
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आगे कहा कि, बीजेपी को इस तरह के कामों के लिए फुर्सत नहीं है। हम पीएम मोदी की गारंटी को पूरा करने में लगे हैं और जांच एजेंसी अपना काम कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि, उसमें भूपेश बघेल को सहयोग करना चाहिए न कि धमकी देना चाहिए। कांग्रेस ने विकास विरोधी काम किया है और अब डर पैदा हो गया है इसलिए जनता ने नकार दिया है। अब कानून अपना काम करेगा। जनता से आव्हान है कि, महादेव, गौठान, शराब घोटाले के आरोपियों को नकारे और छत्तीसगढ़ में मोदी की गारंटी को पूरा करने वाले को स्वीकार करें। महादेव एप पर राज्य और केंद्र सरकार कार्यवाही कर रही है और महादेव एप को बंद करना जरूरी नहीं है। लेकिन उसमें जो गलत काम कर रहा है, उस पर कार्यवाही होनी चाहिए।
कांग्रेस ने किया पलटवार
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान के बाद कांग्रेस के संचार प्रमुख ने पलटवार करते हुए कहा कि, बृजमोहन के बयान से साबित होता है कि, महादेव एप को बचाने लिए भूपेश बघेल पर FIR हुआ है। भूपेश सरकार ने ही महादेव एप पर करवाई की थी और एप बंद करने के लिए केंद्र और गूगल को पत्र लिखा था।इसी बात से बीजेपी को पीड़ा हो रही थी और केंद्र के संरक्षण में सट्टा एप चलाया जा रहा था।