भोपाल/छिंदवाड़ा – मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। उन्होंने शनिवार को अपना छिंदवाड़ा दौरा निरस्त किया और भोपाल होकर दिल्ली के लिए रवाना हुए। उनके साथ उनके सांसद बेटे नकुलनाथ भी दिल्ली जा रहे हैं। इस दौरे को लेकर प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है। दिल्ली में शनिवार से भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत प्रदेश भाजपा के कई बड़े नेता दिल्ली में हैं।
भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच दिल्ली स्थित पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उनके घर पर अतरिक्त जवानों को तैनात किया गया है। कमलनाथ और नकुल नाथ अभी दिल्ली में हैं।
23 विधायक भी छोड़ सकते हैं कांग्रेस
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 66 विधायक हैं। कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच उनके साथ 23 विधायकों के भी कांग्रेस छोड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा दो से तीन महापौर समेत कई अन्य भी भाजपा में जा सकते हैं।
कमलनाथ के इस्तीफे की अटकलें, समर्थकों ने किया खंडन
इस बीच कमलनाथ के इस्तीफे की अटकलें भी लग रही हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफा कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल को सौंप दिया है। हालांकि, छिंदवाड़ा से कमलनाथ के करीबी नेता सैयद जाफर ने इन सूचनाओं का खंडन किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि “कमलनाथजी और नकुलनाथजी के इस्तीफे को लेकर जो खबरें मीडिया में चल रही हैं, वे सब निराधार हैं। कमलनाथजी ने कोई इस्तीफा नहीं दिया है।” इससे पहले सैयद जाफर ने ही लिखा था कि “हनुमान भक्त कमलनाथ जी ने 45 साल से अधिक कांग्रेस में सेवा देने के बावजूद भी कभी भी धार्मिक राष्ट्रवाद और विकास के मुद्दों पर समझौता नहीं किया। उन्होंने हमेशा दलगत राजनीति से उठकर जिला, प्रदेश और देश के विकास में सहयोग प्रदान किया। मैं कमलनाथ जी को पिछले 30 साल से जानता हूं। लगातार 15 साल से उनके लिए काम कर रहा हूं। देश और छिंदवाड़ा के विकास के लिए कमलनाथ जी का योगदान अविस्मरणीय है। कमलनाथ जी जैसे वरिष्ठ, अनुभवी और राष्ट्रसेवा को समर्पित नेता जो फैसला लेंगे, उचित होगा।”