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नक्सलियों ने JCB मशीन समेत 4 लोगों को किया अगवा, तेकलगुड़म में वारदात को दिया अंजाम

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 ग्रामीणों की सहमति के बाद ही गांव में जल जीवन मिशन का काम शुरू किया गया था. बावजूद इसके नक्सलियों ने विकास कार्य का विरोध किया है. दरअसल, जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार ग्रामीणों इलाकों में घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम कर रही है. इसके लिए करोड़ों की राशि जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में खर्च किया जा रहा है.  

सुकमा – छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के तेकलगुडम में नक्सलियों ने रविवार की देर शाम जेसीबी ऑपरेटर समेत 4 लोगों को अगवा कर लिया. मौके पर काम कर रही जेसीबी मशीन  को भी नक्सली अपने साथ ले गए.

बताया जा रहा कि जल जीवन मिशन के तहत तेकलगुडम गांव के करीब पाइप लाइन विस्तार का काम चल रहा था. इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे नक्सलियों ने काम बंद करने की धमकी देते हुए सभी को अगवा कर लिया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस पतासाजी में जुट गई है. इधर, कामगारों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने  नक्सलियों से अगवा किए गए लोगों को जल्द से जल्द रिहा करने की अपील की है.

इन  लोगों को किया गाय अगवा

दरअसल, जगरगुंडा थाना क्षेत्र के तेकलगुडम इलाके में जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन विस्तार का काम किया जा रहा था. निर्माण स्थल पर जेसीबी मशीन गड्ढा खोदने के काम में लगी थी. तभी शाम करीब 5 बजे नक्सलियों का एक हथियारबंद गिरोह मौके पर पहुंचे और काम को बंद करा दिया. इसके बाद जेसीबी मशीन के साथ 4 लोगों को अपने साथ ले गए, जिसमें दो ऑपरेटर जितेंद्र कुमार, मनोज गुमता के साथ सुकमा के दो पेटी ठेकेदार शेख निजाम और शेख लतीफ शामिल हैं.

ग्रामीणों की सहमति के बाद गांव में शुरू हुआ था काम

जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों की सहमति के बाद ही गांव में जल जीवन मिशन का काम शुरू किया गया था. बावजूद इसके नक्सलियों ने विकास कार्य का विरोध किया है. दरअसल, जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार ग्रामीणों इलाकों में घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम कर रही है. इसके लिए करोड़ों की राशि जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में खर्च किया जा रहा है.

हाल ही में नक्सलियों ने किया था तेकलगुडम पुलिस कैंप पर हमला

गौरतलब है कि हाल ही में 30 जनवरी को तेकलगुडम में पुलिस द्वारा खोले गए नए कैंप पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. इसमें सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के तीन जवान शहीद हो गए थे. हालांकि, इसके बाद भी गांव में पुलिस और सुरक्षाबलों द्वारा कैंप स्थापित करने का काम जारी रहा. कैंप स्थापना  के बाद से इलाके में विकास कार्यों में तेजी आई है. अपने आधार वाले इलाकों में पुलिस और प्रशासन की पहुंच से नक्सली बौखला गए हैं और ग्रामीणों को मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं से वंचित करने इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.