रायपुर – कथावाचक मैथिलीशरण महाराज ने श्रीराम कथा के दौरान कहा कि घर में रामराज्य चाहिए तो मुखिया को राम की तरह बनना पड़ेगा । यदि वह धृतराष्ट्र जैसा हुआ तो घर में हर दिन महाभारत होगा । वे बुधवार 20 दिसंबर को रायपुर स्थित समता कॉलोनी के मैक कॉलेज ऑडिटोरियम में ‘भरत चरित्र’ पर व्याख्यान दे रहे थे ।
उन्होंने कहा कि हमें पंचतत्व के आधार पर अपना जीवनयापन करना चाहिए। सभी के लिए हमारा दायित्व है कि सूर्य की तरह प्रकाश, चंद्रमा की तरह शीतलता और वायु की तरह हवा प्रदान करें और परिवार में सभी का ध्यान रखें। स्वयं को जान लेना ही भगवान को जान लेना है।
व्यक्ति नकारात्मक सोचेगा तो उसका अंत भी वैसा ही होगा। जो लोग यह कहते हैं कि भरत की वाणी कठोर है, तो ऐसे लोगों ने ना तो अपने को जाना है और ना ही राम को जाना है।(स्त्रोत-शाश्वत राष्ट्रबोध)