रायपुर – छत्तीसगढ़ राज्य पावर वितरण कंपनी के द्वारा प्रदेश के 60 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं को सीधा फायदा पहुंचाने का निर्णय लिया गया है। यह फायदा बिजली की दरों को काम करते हुए उपभोक्ताओं को खुश किया गया है। नए साल में दिसंबर का बिजली के बिल में बड़ी राहत मिलने वाली है। इस माह उपभोक्ताओं का बिजली का बिल बेहद ही कम रहेगा। एक राहत सितंबर और अक्टूबर में बिजली की कीमत के अंतर की और दूसरी राहत नवंबर में बिजली की कीमत चार फ़ीसदी कम रहेगी। इसी के साथ दिसंबर के बिल में दो माह की बिजली की कीमत का समायोजन करने के लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव किया गया है जिससे कि उपभोक्ताओं को मिलने वाली राहत ने किसी प्रकार से गड़बड़ी न हो सके।
पिछले माह में कैसा मिला था उपभोक्ताओं को फायदा
बता दे कि बीते अगस्त माह में 10.31% ऊर्जा प्रभार पर शुल्क लिया गया था। यह शुल्क उपभोक्ताओं से सितंबर और अक्टूबर में लिया गया था। इसके बाद सितंबर का शुल्क 6.47 फीसदी तय हुआ था। ऐसे में इस माह बिल में 3.84 फीसदी का लाभ उपभोक्ताओं को मिला था। इसके बाद अक्टूबर माह में 11.17% जब शुल्क में बढ़ोतरी हुई तब पिछले तीन माह का समायोजन करते हुए उपभोक्ताओं को करीबन तीन प्रतिशत का लाभ मिला था। यह सभी खपत के अनुसार उपभोक्ताओं को दिसंबर के बिल में भी कम पैसे देने होंगे। यह फायदा नवंबर और अक्टूबर माह की तुलना में ज्यादा होगा। वही दिसंबर माह में डबल मुनाफा होने की स्थिति क्यों बनी जिसको लेकर छत्तीसगढ़ राज्य पावर वितरण कंपनी ने कहा कि पिछले दो माह की बिजली की कीमत के अंतर का लाभ उपभोक्ताओं को देने के लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव किया गया है इस बार दिसंबर के बिल में उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि नवंबर के शुल्क में कमी है।
दिसंबर माह में कैसे मिलेगा फायदा
बता दें कि प्रदेश में इससे पहले तक उपभोक्ताओं से वीसीए के रूप में बिजली की कीमत में बढ़ोतरी होने से अंतर की राशि वसूली जाती थी। इसके बाद केंद्र सरकार के द्वारा नए सत्र की शुरुआत के साथ ही इसे बंद कर दिया गया था। केंद्र सरकार के निर्देशन के बाद छत्तीसगढ़ राज्य बिजली नियामक आयोग ने लागत के अंतर की राशि को उपभोक्ताओं से वसूलने के लिए नए नियम बनाए है। जिस नियम के कारण नवंबर माह में बिजली चार फ़ीसदी तक सस्ती हुई थी। नवंबर के ऊर्जा प्रभार पर अक्टूबर माह की तुलना में 4.13 फीसदी शुल्क कम लगा था। इसी के साथ ही विधानसभा चुनाव के कारण लगी आचार संहिता में सितंबर और अक्टूबर की कीमत तय नहीं हो सकी थी। इसके बाद सितंबर और अक्टूबर माह में उपभोक्ताओं को तीन फ़ीसदी का शुल्क में फायदा हुआ था। यही वजह है कि दिसंबर के माह में उपभोक्ताओं को अब डबल रहता छत्तीसगढ़ राज्य पावर वितरण कंपनी देने जा रही है।