सरगुजा – छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधिविभाग के महामंत्री एवं सरगुजा संभाग प्रभारी राजेश दुबे अधिवक्ता ने भाजपा सरकार द्वारा सरगुजा जिले के हरे भरे हसदेव अरण्य के कटाई का विरोध कर रहे वनवासियों के जनआंदोलन को बलपूर्वक कुचलते हुए देश के आक्सीजन हब हसदेव अरण्य की कटाई पर आक्रोश एवं दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार बने अभी एक पखवाड़ा भी नही हुआ और सरकार पहली प्राथमिकता देते हुए ताकत के बल पर वनवासियों के जनआंदोलन को कुचलकर हसदेव अरण्य की कटाई शुरू कर दी है जबकि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी भी सरगुजा संभाग से हैं और उन्हें आदिवासी होने के नाते यह भली भांति ज्ञान है कि आदिवासियों एवं वनवासियों की जीवनधारा जल जंगल और जमीन होती है ,उन्हे यह अधिकार पुरातन काल से मिलता आया है। श्री दुबे ने आगे कहा कि ऐसा प्रतीत होता है मानो भाजपा यह तय कर रखी थी की सरकार बनते ही सबसे पहले हसदेव अरण्य का सफाया कर खदान अडानी को देनी है,पर्यावरण पर चिंतित आज पूरा विश्व जंगलों की सुरक्षा करने में जुटा हुआ है ,ठीक इसके विपरीत भाजपा जंगलों का सफाया करने पर आमादा है। हसदेव अरण्य मध्यभारत का अक्सीजन हब है।
राजेश दुबे ने आगे कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ इतना बता दे कि हसदेव अरण्य के कटे हुए पेड़ों से पर्यावरण के लिए हुए इतने बड़े नुकसान की भरपाई वो कैसे करेगी उसके पास क्या योजना है? श्री दुबे ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने पहले ही अगाह किया था कि केंद्र की भाजपा सरकार की नजर छत्तीसगढ़ में नई खदान खोलकर अपने मित्रों को देने का है,और आज उनकी बातें सच साबित हो रही हैं। भाजपा आदिवासियों,वनवासियों की हितैषी कभी हो ही नहीं सकती।