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CBI का छग में बैन हटेगा: अनुपूरक बजट के दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष में नोंक-झोंक, पढ़िये किसने छोड़े व्यंग्य बाण, किसने कसा तंज

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रायपुर – छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार का पहला अनुपूरक बजट आज पास हो गया। कुल 12 हजार 992 करोड़, 70 लाख, 98 हजार, 800 रूपये की अनुपूरक राशि दिए जाने का प्रस्ताव आज विधानसभा में पास हो गया। अनुपूरक पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हल्की नोंक झोंक भी हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 वर्ष की उम्र में ही मेरे पिता का साया मेरे सिर से उठ गया, मैं अपना जीवन छत्तीसगढ़ के नागरिकों की बेहतरी के लिए समर्पित करूंगा। मैं छत्तीसगढ़ के हर नागरिक की बेहतरी के लिए अपना सर्वस्व समर्पण करने से भी पीछे नहीं रहूंगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर तक नल से जल पहुंचाने की दिशा में हमने काम शुरू कर दिया है। 1 हजार 230 करोड़ रुपए का राज्यांश मद में प्रावधान किया गया है। कृषक जीवन ज्योति योजना के लिए अनुपूरक बजट में 1 हजार 102 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य योजनाओं के लिए 255 करोड़ 25 लाख रुपए का राज्यांश प्रावधान किया गया है। हमारी सरकार के घोषणापत्र में हर वर्ग के लिए हितकारी प्रावधान हैं।

विपक्ष की ओर से अनुपूरक बजट की चर्चा शुरुआत उमेश पटेल ने की। उन्होने धान खरीदी, की चौथी किस्त और बेरोजगारी भत्ता की मांग उठाई, वहीं कर्जा माफ़ी करने की भी मांग रखी। इस दौरान उमेश पटेल ने सरकार पर दोहरा चरित्र का आरोप लगाया। उन्होंने बिजली बिल हाफ योजना की स्थिति की भी जानकारी सरकार से मांगी। उमेश पटेल को सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने टोका टोकी की। भाजपा के सदस्य अजय चंद्राकार, राजेश मुणत, अमर अग्रवाल ने सवाल पूछे। उमेश पटेल ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप किसी के इशारो पर ना चले. खुद फैसला ले मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल भी खुद से बनाये और सरकार अपने तरीके से चलायें।

इस पर धर्मजीत सिंह ने तंज किया कि भतीजे भूल गए क्या ❓कांग्रेस के लोग तो छिकने के लिए भी 10 जनपद से पूछते थे, जब अनुमति मिलती थी तब छिकते थे, अभी-अभी सरकार बनी है। वहीं, अजय चंद्राकर ने कहा कि मंत्रिमंडल बना नहीं है और अभी से सवाल उठा रहे हैं। इनका तो सवाल उठाने का नैतिक दायित्व नहीं बनता। अजय चंद्राकर ने सदन मे मांग की है कि बिरनपुर की घटना और रूप सिँह सलाम की बस्तर मे घटना की सीबीआई जाँच की मांग की। उन्होंने कहा कि कुछ दिन रुकिये कई लोग जेल जायेगे। नरवा घरवा घुरवा बारी घोंटलो का अड्डा था, दूसरे मद का दूसरे मद मे उपयोग कर पैसे की बर्बादी हुई। सीबीआई पर प्रतिबंध हम हटाएंगे। पिछले दरवाजे से आईपीएस और आईएएस बनाये गए हैं। मूर्ति के नाम पर पैसा कोई खा सकता है तो केवल ये लोग हैं। राम भगवान की मूर्ति मे पैसा खा गए । हर चीज मे भ्रष्टाचाऱ हुआ,, मै तो कहूंगा,, 5 साल कट्टर भ्रष्टाचारी सरकार रही है।

चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश महतारी ने वंदन योजना को लेकर सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना कब से आएगी? हम को तो ये सुनने मिलता है की बड़ी संख्या मे भाजपा ने फ़ार्म जमा कराये है। ये भी पता चला है की फ़ार्म भरते ही 1000 रु दिया गया पहली किश्त है बोलकर। पैसा बांट बाटकर तो आपकी सरकार बनी है।

वहीं रामविचार नेताम ने कहा कि आप लोगो को हवा भी नहीं लगा क्या ❓ हम लोग काम करते रहे, आप की सरकार को पता नहीं चला। वाह!

अनुपूरक बजट में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने धीरे-धीरे अपनी बातों को रख रहे थे, जिस पर अजय चंद्राकर ने तंज किया कि आपका भाषण तो पुराने जमाने का धीमी गति का समाचार है। लगता है ये भाषण पत्रकारों के लिए हैं, ताकि वो असानी से नोट कर सके। नेता प्रतिपक्ष के संबोधन के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में छींटाकशी के बीच हंगामा शुरू हो गया, विपक्ष ने इसे नेता विपक्ष का अपमान बताते हुए माफी की मांग की।