तमिलनाडु – कभी सीबीआई सरकारी तोता था। अब ईडी के जरिए नकेल कसने का काम हो रहा। लेकिन ईडी भी दूध का धुला नही है और इसके अधिकारी लगातार बदनाम हो रहे है। पहले राजस्थान और अब तमिलनाडु के सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । आरोप है कि ईडी अधिकारी ने एक सरकारी कर्मचारी से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
गिरफ्तार अधिकारी की पहचान अंकित तिवारी के रूप में हुई है, जो मदुरै स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत है। बताया जाता है डीवीएसी के अधिकारी अंकित तिवारी से जुड़े मामले के संबंध में मदुरै में ईडी के कार्यालय में भी छापेमारी की। छापेमारी के दौरान सीआरपीएफ जवानों को कार्यालय के बाहर तैनात किया गया। डीवीएसी को रिश्वत मामले में ईडी के अन्य अधिकारियों की मिलीभगत होने का संदेह है। इस बारे में जांच चल रही है।
डीवीएसी ने एक बयान में कहा कि अंकित तिवारी को डिंडीगुल में हिरासत में लिए जाने के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। इसके बाद अदालत ने आरोपी को 15 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले अधिकारियों ने तिवारी से गहन पूछताछ की। डीवीएसी ने कहा कि हमारी टीम इस बात की जांच की जा रही है कि क्या आरोपी अधिकारी ने पहले भी किसी अन्य को ब्लैकमेल या धमकी देकर पैसे ऐंठे थे। बयान में कहा गया है कि आरोपी अधिकारी ने अक्तूबर में डिंडीगुल के एक सरकारी कर्मचारी से संपर्क किया और उनके खिलाफ दर्ज एक सतर्कता मामले का जिक्र किया था।