खारून में डूबकी लगाकर हजारों लोगों ने किया दीपदान, दिखा उत्साह उमंग
रायपुर – सांस्कृतिक परंपरा में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इसे प्रदेश में पुन्नी स्नान कहते हैं। इसी परंपरा के निर्वहन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार तड़के रायपुर में खारुन नदी के तट पर पहुंचे और महादेव घाट पर स्नान किया। साथ ही गुलाटी मारकर डुबकी लगाई। इसके बाद दीपदान कर प्रदेशवासियों को बधाई दी और खुशहाली व सुख समृद्धि की कामना की।
माघी पुन्नी पर बुधवार को आस्था का मेला लगा। खारुन नदी के महादेवघाट में जहां एक तरफ लोग पुण्य की डुबकी लगा रहे थे, वहीं दूसरी तरफ सफाई अभियान भी नगर निगम का जारी रहा। धार्मिक घाट पर पहले जैसा मेला का माहौल नहीं रहा। परंतु लोग पुण्य स्नान कर सूर्य को अघ्र्य अर्पित किए तथा प्राचीन हटकेश्वरनाथ का जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि और कोरोना से मुक्ति की याचना की।
जैसा की पुराणों में मान्यता है कि जिस प्रकार कार्तिक पूर्णिमा पर पुण्य स्नान-दान का फल मिलता है, उसी तरह माघ महीने की पूर्णिमा तिथि का भी उतना ही महत्व है। इसलिए लोग धार्मिक स्थलों में पहुंचते हैं। महादेवघाट में प्राचीन शिव मंदिर के आसपास की दुकानों में अच्छी खासी चहल-पहल सुबह से होने लगी थी। राजधानी के अनेक जगहों के अलावा आसपास के गांवों से भी विशेष तिथि की मान्यता को देखते हुए महादेवघाट में पुण्य स्नान करने पहुंचे। साथ ही नाव में बैठकर जलक्रीड़ा का भी आनंद लिया। इस दौरान महादेवघाट पर दर्जनभर नाविक तैनात थे।
शाम को आरती की गई: शाम के समय मछुआरा मत्स्य समाज की ओर से महादेवघाट में महाआरती की गई, जिसमें अनेक लोग शामिल हुए। इससे पहले दोपहर बाद तक पुण्य की डुबकी लगाने के लिए लोग पहुंचते रहे। हर साल की तरह अवाम-ए-हिंद संस्था ने जरूरतमंदों को भोजन कराया। डीकेएस अस्पताल परिसर में संस्थापक मोहम्मद सज्जाद खान के नेतृत्व में मरीजों और उनके परिजनों को भोजन, फल का वितरण किया।